खुलासा, कोयले की आड़ में 300 करोड़ की हेराफेरी
रायपुर। बीतें दिनों रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर और जांजगीर की कोल वाशरियों एवं कोल डिपो में गड़बड़ियों की शिकायत की जांच के लिए एक सप्ताह पूर्व राज्य सरकार के जांच दल द्वारा मारे गए छापों में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। प्रारंभिक आंकलन में जीएसटी, माईनिंग रायल्टी में लगभग 300 करोड़ रूपए राशि की गैर कानूनी रूप से हेरा-फेरी सामने आई है। कोल वाशरियों एवं कोल डिपो पर खनिज, राजस्व, पुलिस, जीएसटी विभाग, पर्यावरण विभाग के जांच दल ने ताबड़तोड़ छापे मारे थे। इसमें पर्यावरण नियमों का उल्लंघन भी पाया गया है। कुछ मामलों में शासकीय भूमि, नॉन डायवर्टेड जमीन तथा आदिवासियों की जमीन का उपयोग पाया गया है। कुछ कोल वाशरियों में नहर के रास्ते का गैर कानूनी रूप से उपयोग किया जा रहा है। विस्तृत विवेचना में अभी एक सप्ताह और लगेगा। संयुक्त टीमें कोयले के स्टाक सहित आवक-जावक, पर्यावरण नियम के उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वेवब्रिज के कैलिब्रेशन में अंतर व अन्य कमियों की जांच कर रही है। अफसरों के अनुसार जांच की कार्रवाई 30 जून से ही शुरू कर दी गई थी। इसमें मिले दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर पिछले सप्ताह छापे की कार्रवाई की गई थी। अफसरों के अनुसार कुछ संस्थानों को राज्य सरकार की इस कार्रवाई की भनक लग गई थी। इस कारण कई संस्थानों ने अपने दस्तावेज पहले ही हटा लिए थे, कम्यूटर से भी रिकार्ड मिटा दिए गए थे।
यहां हुई कार्रवाई
मेसर्स हिंद गु्रप बिलासपुर व जांजगीर, मेसर्स एसीबी गु्रप कोरबा, मेसर्सकेजेएसएल वाशरी कोरबा, मेसर्स हिंद वाशरी कोरबा, मेसर्स फिल वाशरी बिलासपुर, रायगढ़ व जांजगीर, मेसर्स महावीर वाशरी बिलासपुर व जांजगीर, मेसर्स पारस वाशरी बिलासपुर, मेसर्स माहेश्वरी कोल बेनेफिकेशन बिलासपुर, मेसर्स सम्भावी एनर्जी बिलासपुर, मेसर्स इंदरमणी कोल बेनेफिकेशन बिलासपुर, मेसर्स छत्तीसगढ़ कोल बेनेफिकेशन बिलासपुर, मेसर्स नवदुर्गा फ्यूल रायगढ़, मेसर्स सारदा एनर्जी एंड मिनरल्स रायगढ़, मेसर्स भाटिया एनर्जी रायगढ़, मेसर्स शिव शक्ति स्टील रायगढ़ व मेसर्स केएल एनर्जी रायगढ़।