सरकारी डॉक्टर और कंपाउंडर ने नौकरी लगाने के नाम पर ली 1.20 लाख की रिश्वत, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश 

सरकारी डॉक्टर और कंपाउंडर ने नौकरी लगाने के नाम पर ली 1.20 लाख की रिश्वत, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश 

प्रतापपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ग्राम नावाडीह पेंडारी के डॉक्टर और कंपाउंडर द्वारा नौकरी लगाने के नाम से 1,20,000 रुपए की रिश्वत ग्रामीण के परिजनों से लेने का वीडियो वायरल हुआ है। इसकी शिकायत कलेक्टर और सीएमओ से की गई है। सूरजपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल इसकी जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 
वहीं गांव के सरपंच, पंच, ग्रामीणों ने डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई करते हुए नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है और कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेजने की मांग की है। वायरल वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि डॉ. विकास मिंज एवं ड्रेसर भगवान दास जायसवाल अस्पताल में कंप्यूटर आॅपरेटर की नौकरी लगाने के नाम से ग्रामीण के घर में जाकर 1 लाख 20 हजार रुपए को अपने पास रख रहा है। इस मामले को लेकर हीरा पिता परषोत्तम ग्राम पंचायत नावाडीह पेंडारी ने लिखित शिकायत करते हुए कलेक्टर सूरजपुर को बताया कि उसकी बेटी की नौकरी लगने के नाम पर डॉ. विकास, ड्रेसर भगवान दास जायसवाल ने उनके घर में आकर 120000 रुपए की धोखाधड़ी करते हुए एक बकरा मुर्गा दारू ठग लिया और खूब खाया पिया। बाद में उसे पता चला कि कंप्यूटर आॅपरेटर में लगी हुई नौकरी महज 3000 रुपए महीने की है। इस विषय में सूरजपुर सीएमओ ने कहा कि मामला अति गंभीर है मैं तत्काल मामले की जांच करवाते हुए कड़ी   से कड़ी कार्रवाई करने का आदेश देता हूं यह शर्मसार करने वाला घटना काफी निंदा योग्य है, किसी भी हालत में ऐसे कृत्य करने वाले व्यक्ति बख्से नहीं जाएंगे और तत्काल सस्पेंड करने का आदेश पारित करता हूं।