युवक के उकसाने पर लड़की ने की थी सुसाइड, नेवई पुलिस ने फरार आरोपी को यूपी में पकड़ा
भिलाई। न्यू पुलिस ने लड़की के सुसाइड मामले में आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि आरोपी द्वारा लड़की से पीछा छुड़ाने के लिए आत्महत्या हेतु प्रेरित किया गया था। आरोपी पहले भिलाई 3 में रहता था। घटना के बाद डेढ़ साल से वह फरार था। जानकारी के अनुसार थाना नेवई के मर्ग क्रमांक 21/2022 की मृतिका कु० मोना जागडे निवासी जलाराम चौक नेवई भाठा के मर्ग जांच पर गवाहों एवं परिजनों के कथनों के आधार पर मृतिका के मोबाईल का अवलोकन करने पर मोबाईल धारक 6386244707 द्वारा मृतिका को हत्या के लिये दुष्प्रेरित करना पाये जाने से उक्त मोबाईल धारक के विरुद्ध थाना नेवई में अपराध क्रमांक 362/2022 धारा 306 भादवि कायम कर विवचेना में लिया गया। विवचेना दौरान मोबाईल धारक का पतासाजी किया जो आरोपी उक्त घटना दिनांक के बाद से अपने मोबाईल को बंद कर गिरफ्तारी के भय से फरार चल रहा था। उक्त मोबाईल नंबर धारक की जानकारी सायबर सेल से प्राप्त किया गया। आरोपी का ललितपुर उत्तरप्रदेश के आस पास होना पता चलने पर वरिष्ठ अधिकारियों पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा भापुसे0, संजय ध्रुव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) व निखिल रखेचा ( भापुसे) नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर के निर्देशन में दिनांक 25.06.2023 को टीम गठित कर टीम रवाना किया गया आरोपी मोबाईल धारक का टावर लोकेशन के आधार पर जिला ललितपुर उत्तरप्रदेश पहुंचकर आरोपी को पतासाजी कर पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर मोबाईल धारक अपना नाम राजा सिंह उर्फ राजा पिता देवेन्द्र सिंह उम्र 19 वर्ष निवासी राम नगर वी. आई.पी. मोटर्स के पीछे ललितपुर जिला ललितपुर थाना कोतवाली रहने वाला बताया। घटना के संबंध में पूछताछ करने पर बताया कि वह मिलाई 03 हथखोज में रहकर पढाई करता था. फेसबुक के माध्यम से मृतिका से परिचय हुआ इसी दौरान आपस में दोनो की बातचीत होती थी. दिनांक घटना को मैं उससे परेशान होकर छुटकारा पाने के लिये उसे वाटसअप के माध्यम से आत्म हत्या करने के दुष्प्रेरित किया हूं जिसके बाद मुझे उसकी मृत्यु की जानकारी होने पर अपने मोबाईल को बंद कर पकड़ा जाने के भय से फरार होकर उत्तर प्रदेश में रहने लगा। मुझे मृतिका के अलावा कोई जानता नहीं था कि मेरा उससे बातचीत होता है या मैंने उसको आत्म हत्या करने के लिये दुष्प्रेरित किया हूँ इसलिये मैने अपने मोबाईल को बंद कर उस सीम को तोड कर फेक दिया था कि पुलिस मुझे पकड न पाये। आरोपी का कृत्य धारा सदर का घटित करना पाये जाने से गिर कर न्यायिक अभिरक्षा में माननीय न्यायालय पेश किया जाता हैं।
इस कार्यवाही में निरी0 ममता अली शर्मा, सउनि सुरेन्द्र तारम, प्रआर 1221 सूरज पाण्डेय, प्रआर 1451 चन्द्रशेखर बंजीर, आर0 1089 निखील साहू, आर0 789 विक्रांत यदु ( ACCU), आरक्षक 1603 रवि बिसाई का सराहनीय योगदान रहा।