पार्षद और नगर निगम भिलाई की उपेक्षा का सजा भुगतने को मजबूर वार्डवासी और व्यापारी, साफ सफाई के नाम पर जबरन वसूला जा रहा जुर्माना
पार्षद और नगर निगम भिलाई उपेक्षा की सजा भुगतने को मजबूर वार्डवासी और व्यापारी, साफ सफाई के नाम पर जबरन वसूला जा रहा जुर्माना
भिलाई। नगर निगम भिलाई और वार्ड पार्षद के उपेक्षा की सजा वार्डवासी और व्यापारी को भुगतना पड़ रहा है। साफ सफाई ना होने के कारण व्यापारियों और आम नागरिकों से जुर्माना वसूला जा रहा है।
ज्ञात हो कि शुक्रवार को भिलाई नगर निगम क्षेत्र के जोन 2 अंतर्गत वार्ड क्रमांक 15 में भेंट मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में शामिल होने निगम आयुक्त पहुंचे हुए थे। निरीक्षण के दौरान नालियों में गंदे की पाए जाने पर व्यापारियों पर कार्रवाई की गई।
नालियों की साफ सफाई नहीं होने के कारण परदेसी चौक रामनगर स्थित छोटू स्वीट्स पर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 लाख का जुर्माना लगाया गया था। वाद विवाद होने पर जुर्माना 50,000 रुपए का किया गया। वही वार्ड वासियों ने आरोप लगाया है कि उनके द्वारा कई बार वार्ड पार्षद संतोष मौर्य को नाली की साफ-सफाई की बात कहीं गई है लेकिन उनके द्वारा नागरिकों के बातों को महत्व नहीं दी गई। वार्ड क्रमांक 15 की नालियों की साफ-सफाई नहीं हो पाई इस कारण क्षेत्र के लगभग सभी नाली जाम पड़े हुए हैं। इस कार्रवाई से वार्ड वासियों में आक्रोश है। वार्ड वासियों का यह भी कहना है कि अगर नाली की सफाई नहीं की जाती है तो शायद भविष्य में उन्हें ही हाथ में फावड़ा लेकर उतरना पड़ेगा।
इस विषय में वार्ड क्रमांक 15 के पार्षद संतोष मौर्य ने कहा कि उन्होंने नालियों की साफ-सफाई को लेकर कई बार निगम आयुक्त को पत्र प्रेषित कर चुके हैं लेकिन नगर निगम द्वारा भाजपा पार्षद का वार्ड होने के कारण उपेक्षा के चलते साफ सफाई नहीं की जा रही है।