दूसरे की पत्नी पर आया दिल तो पति को उतारा मौत के घाट

मुख्य आरोपी सहित सहयोगियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

दूसरे की पत्नी पर आया दिल तो पति को उतारा मौत के घाट

मुंगेली। मुंगेली पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सफलता पाई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, साइबर सेल और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस महज 3 दिनों के भीतर मृतक की पहचान कर हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही. पुलिस की तफ्तीश में मामला प्रेम प्रसंग का निकला. मामले में मुख्य आरोपित एवं सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी गिरजा शंकर जायसवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 7 जून को ग्राम रेहुंटा स्थित शराब भट्ठी के पीछे एक अज्ञात युवक की लाश मिलने की सूचना मिली थी. सिटी कोतवाली पुलिस के मौके में जाकर तस्दीक करने पर मृतक की पहचान मुंगेली के खर्रीपार निवासी नरेन्द्र श्रीवास पिता शिवनारायण श्रीवास (25 साल) के तौर पर हुई. शव का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल मुंगेली से कराया गया. 


मृतक नरेन्द्र श्रीवास की पीएम रिपोर्ट में बताया गया कि मौत गला दबाने से सांस की गति अवरूद्ध होने के कारण हुई है, जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज किया. इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की, जिसमें संबधितों के करीबन 500 मोबाइल नंबरों का कॉल डिटेल साइबर सेल से टॉवर डम्प करने के साथ घटना स्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरा फुटेज लिया गया, जिसके बाद आरोपीगण शिवम साहू, अजय धुरी और राकेश श्रीवास को अलग-अलग पुलिस टीम भेजकर बिलासपुर और रायपुर से पकड़कर लाया गया. आरोपी राकेश श्रीवास ने  पूछताछ में बताया कि नरेन्द्र श्रीवास की पत्नी पूजा श्रीवास से उसका प्रेम संबध था, जिसे नरेन्द्र जान चुका था. ऐसे में अपनी प्रेमिका को पाने की चाहत में राकेश ने नरेन्द्र को रास्ते से हटाने उसकी हत्या कर दी। 

आरोपित राकेश श्रीवास से पूछताछ कर मेमोरंडम कथन लेने पर बताया नरेन्द्र श्रीवास की पत्नी पूजा श्रीवास उसका प्रेम संबध चल रहा था और नरेन्द्र श्रीवास बात करते हुए पकड़ लिया था। इसी कारण उसके साथ विवाद चल रहा था और पूजा श्रीवास को पाने के लिए नरेन्द्र श्रीवास को रास्ते से हटाने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ उसकी हत्या करने का प्लानिंग किया और इसके अनुसार अपने मामा गांव के लगरा, सीपत बिलासपुर से अपने दोस्तों को बुलाकर प्लानिंग अनुसार नरेन्द्र श्रीवास को अहमद लाज के पास सेलून दुकान के पास आरोपित शिवम साहू ने अपने मोबाइल से विनोद श्रीवास से बात कराया तब नरेन्द्र श्रीवास ने उन दोनों के साथ अपना बाल कटिंग एवं दाढी बनाने का सामान को एक टावेल में लपेटकर रखा और अजय, शिवम साहू के उनके मोटर साइकिल में पीछे में बैठाकर मृतक को खड़खड़िया नाला  रायपुर रोड होते देशी शराब दुकान रेहुटा भ ्ठी से दो प्लेन शराब पाव लिए एवं नुनिया पेट्रोल पंप के पास राकेश श्रीवास ने एक व्यक्ति को भेजकर उसने नींद का गोली बताकर एक अखबार पेपर में लपेट कर सल्फास गोली दिया और नरेन्द्र को साथ में लेकर दोनों विनोद श्रीवास के मकान में ले गया।

पहले से राकेश श्रीवास अंदर कमरे में बैठा हुआ था। बाहर बैठक रूम में अजय, शिवम व नरेन्द्र श्रीवास तीनों बैठे और अजय धुरी, शिवम साहू दोनों ने गिलास में शराब डालकर पीये। नरेंद्र श्रीवास को शराब दिए तो नहीं पीना बोला। इसी बीच राकेश श्रीवास कमरे से बाहर निकला और नरेन्द्र श्रीवास के मोबाइल को लिया और दो - चार विडियो को डिलीट किया और अपने साथ नरेन्द्र श्रीवास को अंदर कमरे में ले गया। करीब तीस मिनट बाद राकेश श्रीवास बाहर आया और अजय से नींद के गोली को मांगा जो (सल्फास) की गोली था।

एक डिब्बा में से तीन-चार गोली जबरन दबाव डालकर खिलाया कुछ देर बाद नरेंद्र श्रीवास तीन- चार बार उल्टी किया तब अजय, शिवम कमरे अंदर देखे तो फर्श में नरेन्द्र श्रीवास को लेटाया था और बोला की तुम पूजा श्रीवास के साथ मेरे संबध को लेकर पूजा को मारपीट करते हो। आज तुम्हे जान से मारकर हत्या कर दूंगा। तुम्हारी पत्नी पूजा भी तुमको रास्ते से हटाने को बोली है। तब अजय, शिवम बोले की इसे तुम क्यो मार रहे हो। तब अजय एवं शिवम साहू के पूछने पर उन दोनों को कहा कि एक हजार रुपये ले लो और तुम लोग यहां से चले जाओ। तब दोनों पैसे लेकर विनोद के मकान से चले गए। और कुछ देर बाद राकेश श्रीवास भी कमरे से बाहर निकल गया। करीबन साढ़े सात बजे वापस आया तब कमरे को खोलकर अंदर जाकर देखा तो नरेन्द्र श्रीवास का हल्का सांस चल रही थी। तब राकेश श्रीवास ने नरेन्द्र श्रीवास के तौलिया से उसके गले में फंसाकर हत्या कर दिया।