11 राज्यों के हजार से भी ज्यादा गायकों ने दी रवींद्र संगीत की प्रस्तुति, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा कला मंदिर

छत्तीसगढ़ से भिलाई को मिला था प्रतिनिधित्व का अवसर

11 राज्यों के हजार से भी ज्यादा गायकों ने दी रवींद्र संगीत की प्रस्तुति, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा कला मंदिर

भिलाई। कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के 163 वीं जन्मदिवस के उपलक्ष्य में रवींद्र सुधा भिलाई द्वारा हजार कंठ सम्मेलक रवींद्र संगीत कार्यक्रम का ऐतिहासिक आयोजन 12  मई रविवार को  कलामंदिर, सिविक सेंटर भिलाई में किया गया । इस आयोजन में छत्तीसगढ़ सहित भारत के 11 राज्य के गायक शामिल हुए। 11 राज्यों के 1100 गायकों ने रवींद्र संगीत की प्रस्तुति मधुर प्रस्तुति देकर समा बांधा। कार्यक्रम की रूपरेखा एवं संगीत निर्देशन कोलकाता के श्रीमती अरुंधती देब का था 

कला मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मानस बिस्वास एक्स ईडी माइंस भिलाई स्टील प्लांट, तापस दासगुप्ता सीजीएम इंचार्ज आयरन जोन भिलाई स्टील प्लांट, स्मिता गिरी एडिशनल वाइस प्रेसीडेंट भिलाई महिला समाज, दीपेंदु हालदार, असित साहा सीजीएम इंचार्ज एनएनडीयू, साहियाकार श्रीमती स्थिति दत्त उपस्थित थे। सर्वप्रथम विश्व कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की छायाचित्र पर माला अर्पण और प्रज्वलित की गई।  उपस्थित अतिथियों ने रवींद्र नाथ टैगोर के जीवनी से अवगत कराया।11 राज्यों के 1100 गायकों ने रवींद्र संगीत के 20 गानों की प्रस्तुति दी। तालियों की गड़गड़ाहट से कला मंदिर गूंज उठा। आयोजन के अंत में सभी गायकों और अतिथियों को सम्मानित किया गया। मंच संचालन रवींद्र सुधा भिलाई के अध्यक्ष राजदीप सेन और श्रीमती मोऊ राय ने किया।

गौरव की बात है कि 11 राज्यों में छत्तीसगढ़ से स्टील सिटी भिलाई को प्रतिनिधित्व का मौका मिला है। रवींद्र सुधा भिलाई के अध्यक्ष राजदीप सेन ने बताया कि आयोजन को सफल बनाने 6 माह रिहर्सल किया गया है। भारत के उत्तर, दक्षिण, पूरव, पश्चिम चारों दिशाओं के ग्यारह राज्यों में शत कंठ सम्मेलक रवींद्र संगीत के माध्यम से एक हजार से भी ज्यादा संगीत कलाकार गुरुदेव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।आयोजन में शामिल होने वाले राज्य
छत्तीसगढ़ (भिलाई), नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल (कोलकाता), मध्य प्रदेश (भोपाल), महाराष्ट्र (नवी मुंबई), झारखंड (जमशेदपुर), ओडिशा (राउरकेला), कर्नाटक (बैंगलोर), तेलंगाना (हैदराबाद), तमिलनाडु (चेन्नई), असम (सिलचर) शामिल हैं।