छत्तीसगढ़ में बढ़ी SIR की समय सीमा, अब 18 दिसंबर तक जमा होंगे गणना पत्रक

छत्तीसगढ़ में बढ़ी SIR की समय सीमा, अब 18 दिसंबर तक जमा होंगे गणना पत्रक

दिल्ली। चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण यानी SIR प्रक्रिया की समय सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। आयोग ने छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में गणना पत्रक जमा करने की अंतिम तिथि को आगे बढ़ाया है।

जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में ये प्रक्रिया अब 26 दिसंबर तक चलेगी। वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान निकोबार में समय सीमा 18 दिसंबर तक बढ़ाई गई है। तमिलनाडु और गुजरात में 14 दिसंबर तक फॉर्म जमा किए जा सकेंगे। आयोग का कहना है कि मतदाता सूची को अधिक सटीक बनाना प्राथमिकता है, इसलिए जरूरत पड़ने पर राज्यों को अतिरिक्त समय देना जरूरी है।

चुनाव आयोग ने नए वोटरों को फॉर्म 6 भरकर उसे BLO के पास जमा करने या ECINet ऐप व वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की है। आयोग के मुताबिक फाइनल वोटर लिस्ट फरवरी 2026 में प्रकाशित की जाएगी।

क्या है SIR?

SIR का उद्देश्य मतदाता सूची को साफ करना और अपडेट करना है। इसमें डुप्लीकेट नाम हटाना, मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम निकालना और नए योग्य मतदाताओं को जोड़ना शामिल है। इस प्रक्रिया से फर्जी मतदान की संभावना भी घटती है। अभी SIR का दूसरा चरण चल रहा है, जहां BLO घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं। कई BLO शिक्षक या सरकारी कर्मचारी होने के कारण सीमित समय में पूरा क्षेत्र कवर करना उनके लिए चुनौती बन रहा है।

यूपी ने मांगा अतिरिक्त समय

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि राज्य ने SIR प्रक्रिया के लिए दो सप्ताह का और समय मांगा था, ताकि मृत, स्थानांतरित और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का दोबारा सत्यापन किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण पूरा हो चुका है। यूपी में यह प्रक्रिया 4 नवंबर से जारी है।

चुनाव आयोग की ओर से जारी नए कार्यक्रम के अनुसार, BLO द्वारा घर-घर जनगणना 11 दिसंबर को समाप्त होगी। मतदाता सूची का मसौदा 16 दिसंबर को प्रकाशित होगा। दावे और आपत्तियां 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक लिए जाएंगे। इनका निपटारा और विशेष सत्यापन अभियान 7 फरवरी 2026 तक चलेगा। 14 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।