लाखों के चोरी का खुलासा, भाई-बहन सहित 3 गिरफ्तार
रायपुर। डागा भवन में हुई लाखों की चोरी का खुलासा पुलिस ने किया है. इस मामले में पुलिस ने भाई-बहन सहित एक नाबालिग को पुलिस ने पकड़ा है।
जानकारी के मुताबिक प्रार्थी प्रांजल डागा ने थाना गुढ़ियारी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह जगन्नाथ मंदिर के सामने डागा भवन गुढियारी रायपुर में परिवार सहित रहता है तथा प्रार्थी का स्वयं का वायम आटो के नाम से ई-रिक्शा डीलरशीप का दुकान है। दिनांक 15.05.2023 को प्रार्थी सपरिवार घर में सोया था कि दिनांक 16.05.2023 के सुबह करीब 08ः00 बजे जब प्रार्थी की पत्नि उसे बतायी कि कमरे में रखें आलमारी का ताला टूटा हुआ है एवं लाॅकर में रखें सोने चांदी के आभूषण एवं नगदी रकम नहीं है। जिस पर प्रार्थी कमरे में जाकर देखा तो आलमारी का बाहर हेण्डल खुला था आलमारी का लाकर टूटा हुआ था उसमें रखा सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम नहीं था। कोई अज्ञात चोर प्रार्थी के घर के कमरे में प्रवेश कर आलमारी का लाॅकर तोड़कर आलमारी में रखें उक्त मशरूका को चोरी कर ले गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना गुढ़ियारी में अपराध क्रमांक 215/2023 धारा 457, 380, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना गुढ़ियारी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के संबंध में प्रार्थी एवं उसके परिवार के अन्य सदस्यों से विस्तृत पूछताछ करते हुए आसपास के लोगों से भी घटना के संबंध में पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल सहित आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही अज्ञात आरोपी के पतासाजी हेतु मुखबीर लगाये गये। टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी के ई-रिक्शा दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों से पृथक - पृथक पूछताछ करने के साथ ही दुकान मंे पूर्व में काम छोड़ चुके कर्मचारियों के संबंध में भी तस्दीक किये जा रहे थे। अज्ञात आरोपी के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही तरीका वारदात के आधार पर चोरी के पुराने व हाल ही में जेल से रिहा हुए आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक कर इनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखीं कर अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे।
इसी दौरान घटना में संलिप्त विधि के साथ संघर्षरत एक बालक, जो पूर्व मंे भी चोरी के कई प्रकरणों में बाल संप्रेक्षण गृह माना में निरूद्ध रह चुका है, के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा पतासाजी करते हुए विधि के साथ संघर्षरत बालक को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर बालक द्वारा किसी भी प्रकार से चोरी में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताते हुए लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अंततः बालक द्वारा चोरी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। पूछताछ में अपचारी बालक ने बताया कि वह अपने दीदी निधि मानिकपुरी व निधि मानिकपुरी के प्रेमी गौतम बघेल की सहमति से चोरी की उक्त घटना को अंजाम दिया था। दिनांक घटना को अपचारी बालक प्रार्थी के मकान में प्रवेश कर कमरे में रखें आलमारी का ताला तोड़कर उसमें रखें सोने, चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी किया तथा चोरी की मशरूका को अपनी दीदी निधि मानिकपुरी को दे दिया एवं निधि मानिकपुरी ने चोरी की मशरूका को अपने प्रेमी गौतम बघेल को दे दिया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा निधि मानिकपुरी एवं गौतम बघेल की पतासाजी कर उन्हें भी पकड़ा गया। तीनों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से चोरी की संपूर्ण मशरूका सोने एवं चांदी के जेवरात तथा नगदी रकम जुमला कीमती लगभग 25,00,000/- रूपये जप्त कर आरोपियों/अपचारी के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम 01. गौतम बघेल पिता मोहन बघेल उम्र 24 साल निवासी पहाड़ी चैक गुढ़ियारी रायपुर। 02. निधि मानिकपुरी पिता सतीश मानिकपुरी उम्र 19 साल निवासी नर्मदापारा राधाकिशन मंदिर के पीछे गुढ़ियारी रायपुर। 03. विधि के साथ संघर्षरत एक बालक।