एक-एक कर जली सात बच्चों की चिताएं, फफक कर रो पड़ा पूरा गांव

एक-एक कर जली सात बच्चों की चिताएं, फफक कर रो पड़ा पूरा गांव

कांकेर। जिले के कोरर में दुघर्टना में मृत 7 मासूम बच्चों का  गमगीन माहौल के बीच एक-एक कर अंतिम संस्कार किया गया।  घरों से जब अर्थी निकली तो पूरा गांव फफक कर रो पड़ा। कुछ मृत बच्चों का रात को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था। कुछ बच्चों का अभी हो रहा है। पीड़ितों में 3 परिवार ऐसे हैं, जिनके सभी बच्चे हादसे के शिकार हुए हैं। 2 परिवारों के 2, 2 बच्चे सहित रानी डोंगरी निवासी गुलाब का एकमात्र पुत्र हादसे का शिकार हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुराहाल है। मृत बच्चों के परिजनों के घर जनप्रतिनिधियों का तांता लगा हुए है। 
ज्ञात हो कि गुरुवार दोपहर साढ़े 3 बजे जब स्कूल की छुट्टी होने पर सभी बच्चे आॅटो से घर वापस लौट रहे थे। आॅटो में ड्राइवर और 8 बच्चे सवार थे। चिलहटी चौक के पास उनकी आॅटो को एक ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। इस मामले में कांकेर सीएमएचओ अविनाश खरे ने बताया कि आटो में कुल 8 बच्चे सवार थे, जिसमें से 5 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी। 3 बच्चों को एंबुलेंस से मेडिकल हॉस्पिटल कांकेर लाया गया था, जिसमें से 2 बच्चों की मौत हो गई है। केवल एक बच्चे गौतम मंडावी और ड्राइवर भावेश पोया की जान बची है, जिनका इलाज राजधानी रायपुर में जारी है।
इन बच्चों की हुई मौत 
1. रुद्रादेवी, ग्राम तुएगुहान, 6 वर्ष 2. रुद्र कुमार, ग्राम तुएगुहान, 7 वर्ष 3. इशान मंडावी, ग्राम बनोली, 4 वर्ष 4. मानव साहू, 6 वर्ष, ग्राम अस्तरा 5. एक बालिका 6. पीयूष गावडे 7. लीशांत गावडे