जमीन हथियाने माँ-बेटे को बंधक बनाकर पीटने वाले बदमाशों को डीजीपी के निर्देश पर पुलिस ने पकड़ा

जेल से छुटते ही शुरू कर दी थी गुंडागर्दी

जमीन हथियाने माँ-बेटे को बंधक बनाकर पीटने वाले बदमाशों को डीजीपी के निर्देश पर पुलिस ने पकड़ा

बिलासपुर। जमीन को अपने नाम करवाने माँ और बेटे को जान से मारने की धमकी देने वाले जेल से छूटे बदमाशों को पुलिस ने डीजीपी के निर्देश पर गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि प्रार्थी ने पूर्व में भी पुलिस थाने में शिकायत की थी लेकिन कोई कारर्वाई पुलिस द्वारा नहीं की गई थी, लेकिन एक आॅडियो वायरल होने के बाद पुलिस कोतवाली पुलिस हरकत में आई और अपराध दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार तोरवा मेनरोड निवासी पीयूष गंगवानी पिता स्व रामचंद्र गंगवानी (17 वर्ष) का जमीनी विवाद चल रहा है और यह मामला कोर्ट में लंबित है। बीते 20 सितंबर की शाम करीब 5 बजे वह अपनी मां के साथ स्कूटी में सामान खरीदने गोलबाजार जा रहा था। तभी गांधी चौक के पास नरेंद्र मोटवानी व ऋषभ पानीकर अपनी कार में आए और मां-बेटे को रोक लिया। उन्होंने जबरदस्ती उन्हें कार में बैठाया और दयालबंद स्थित ऋषभ पानीकर के आॅफिस में ले गए। इस दौरान नरेंद्र मोटवानी व ऋषभ पानीकर ने दोनों से कहा कि पेंडलवार हॉस्पिटल वाली जमीन को उन लोगों को दे दे नहीं तो दोनों को जान से मार देंगे। उन्होंने जमीन बेचने से मना किया तो गाली-गलौज की और लात-घूंसों से मारपीट की। पीयूष से कहा कि यदि जमीन को उनके नाम नहीं करते हैं तो उसके खिलाफ थाने में दुष्कर्म का झूठा केस लिखवाकर जेल भिजवा देंगे। उसकी मां के साथ उन्होंने गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। दोनों मां-बेटे को आॅफिस में बंधक बनाकर रखे। इस घटना के बाद पीयूष और उसकी मां केस दर्ज कराने के लिए तोरवा थाना और सिटी कोतवाली थाने का चक्कर काटती रही लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कारर्वाई नहीं की। जब मां-बेटे का अपहरण कर बंधक बनाकर मारपीट की गई थी, तब लड़के ने पूरी घटना की अपने मोबाइल में आॅडियो रिकार्डिंग की थी, जिसमें आदतन बदमाश महिला के बेटे का पैर तोड?े की धमकी दे रहा है। इतना ही नहीं, वह लड़के की हत्या कराने और पैसे के दम पर एक्सीडेंट का केस बनवाने का धौंस दिखा रहा है। इसके साथ ही वह लड़की बुलाकर उसे रेप के झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहा है। आॅडियो में बदमाश बोल रहा है कि मेरे पास इतना पैसा है कि एक पैकेट फेंकने पर पुलिसवाले कुत्ते की तरह दौड़ते हैं। करीब डेढ़ महीने तक पीयूष परेशान होता रहा। कोई रास्ता नहीं दिखने पर उसने सोशल मीडिया का सहारा लिया और जमीन माफिया की करतूतों की वाइस रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया। इसकी जानकारी गृह सचिव और डीजीपी को हुई, तब पुलिस अफसरों को कारर्वाई करने के निर्देश दिए गए। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने बुधवार की शाम आननफानन में केस दर्ज कर आरोपी ऋषभ पनिकर और नरेंद्र गंगवानी को गिरफ्तार कर लिया।
हत्या प्रयास के केस में जा चुका है जेल
आदतन बदमाश ऋषभ पानीकर ने जमीन विवाद के चलते तोरवा क्षेत्र के व्यापारी पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में घायल व्यापारी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस केस में पुलिस ने ऋषभ पानीकर और उसके साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस बीच जेल से जमानत पर छूटने के बाद फिर से गुंडागर्दी शुरू कर दिया है।