भिलाई इस्पात मजदूर संघ ने सासंद को समस्याओं से कराया अवगत

भिलाई इस्पात मजदूर संघ ने सासंद को समस्याओं से कराया अवगत

भिलाई इस्पात मजदूर संघ ने सासंद को समस्याओं से कराया अवगत
भिलाई। भिलाई इस्पात मजदूर संघ  का प्रतिनिधिमंडल  भिलाई इस्पात संयंत्र एवं सेल कर्मचारियों के केंद्रीय मुद्दों को लेकर दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल से मिला और उन्हें अपना मांग पत्र सौपकर  उनका सहयोग मांगा।  उन्हें जानकारी दी गई कि सेल प्रबंधन कर्मचारियों के लिए बने फोरम एन जे सी एस की बैठक  ही नहीं बुलाता है जिसके कारण कर्मचारियों के आर्थिक मुद्दों पर कोई निर्णय नहीं हो पा रहा है।  प्रमुख  सेल कर्मचारियों के लिए पर्क्स की 28% की मांग है  जो बी एम एस की है  परंतु सेल  प्रबंधन कुछ संगठन की सहमति से 26.5% कि दर से पर्क्स का भुगतान कर्मचारियों को कर रहा है  और अभी तक वेतन समझौते पर कोई अंतिम समझौता नहीं किया है। इसके कारण एरियर्स एवं अन्य मुद्दो पर भी निर्णय नहीं हो सका है। जिसमें रात्रि पाली भत्ता  इंसेंटिव एच आर ए और कर्मचारियों का पदनाम शामिल हैं।  भारतीय मजदूर इस्पात महासंघ के आव्हान पर सेल में चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र में भी हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। इसकी समीक्षा के लिए शनिवार दोपहर 1 बजे यूनियन कार्यालय सेक्टर 6 में यूनियन के सदस्यों एवं पदाधिकारियों की बैठक ली गई थी। जिसमें सभी ने जानकारी दी कि प्रबंधन के कर्मचारी विरोधी नीति से कर्मचारियों में बहुत ज्यादा आक्रोश है और लोग आगे बढ़कर हस्ताक्षर अभियान में अपना सहयोग कर रहे हैं जिसमें सदस्यों ने बताया कि वेतन समझौता पूर्ण न होने से कर्मचारीयों में बहुत निराशा है और दूसरी तरफ प्रबंधन फेस रीडिंग सिस्टम से जो कर्मचारियों की हाजिरी की नई प्रणाली लागू करने जा रहा है उससे कर्मचारीयों में बहुत ज्यादा आक्रोश पनप रहा है जो कभी किसी बड़े आंदोलन के रूप  में सामने आ सकता है।
 यूनियन के महामंत्री चन्ना केशवलू ने सांसद से उनका एवं मंत्रालय से सहयोग करवाने का आग्रह किया यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रवि शंकर सिंह ने कहा कि सेल प्रबंधन की हठधर्मिता  को दूर करने के लिए सरकार का सहयोग आवश्यक है। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष रवि शंकर सिंह महामंत्री चन्ना केशवलू उपाध्यक्ष आईपी मिश्रा  शारदा गुप्ता कैलाश सिंह सुरेंद्र चौहान मृगेन्द्र कुमार डिल्ली राव जगजीत सिंह संयुक्त महामंत्री वशिष्ठ वर्मा हरिशंकर चतुर्वेदी  प्रदीप पाल उमेश मिश्रा अनिल गजभिए जोगेंद्र कुमार भूपेंद्र बंजारे गौरव कुमार सचिव सुदीप सेनगुप्ता पूरन साहू नवनीत हरदेल आर के सोनी संतोष सिंह राजेन्द्र सिंह ठाकुर अरविंद सिंह वेंकट रमैय्या नागराजू राकेश उपाध्याय अशोक कुमार प्रशांत मिश्रा घनश्याम साहू प्रकाश सोनी संजय साकुरे सूधीर गढ़ेवाल प्रशांत क्षीरसागर भागीरथी चंद्राकर संतोष पराशर मारूती बल सुरेन्द्र गजभिये वीरेन्द्र मुरकुटे राजीव सिंह शामिल थे।