VIDEO इस निर्दलीय प्रत्याशी ने SDM को मारा थप्पर, गिरफ्तारी को लेकर RAS- IAS एसोसिएशन सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने दी कलम बंद हड़काल की चेतावनी
समर्थकों ने 100 से ज्यादा कार, बाइक, जीपों में लगाई आग
जयपुर। देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा समरावता (देवली-उनियारा) मतदान केंद्र में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे. प्रशासन और पुलिस के जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनकी हाथापाई हो गई. दरअसल, नरेश मीणा ने आरोप लगाया है कि ईवीएम में उनके चुनाव चिन्ह को काफी हल्का कर दिया गया है. इससे उनके मतदाताओं को वोटिंग करने में परेशानी हो रही है. इस बात पर मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी से हॉट टॉक हो गई. इस पर तैश में आए मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया. समरावता में हुए थप्पड़ कांड में पुलिस द्वारा नरेश मीणा को हिरासत में लेने के बाद उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसी बीच हो-हल्ले का फायदा उठाते हुए नरेश मीणा पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। एसडीएम थप्पड़ कांड में फरार हुए नरेश मीणा ने अभी-अभी समरावता में मीडिया से बातचीत की। बोले- मैं गिरफ्तारी देने के लिए यहां पहुंचा हूं लेकिन पुलिस यहां नहीं है। मैं पुलिस से भागा नहीं था, ये मेरा कैरेक्टर नहीं है।
गुरुवार को देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना मीडिया के सामने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि "एसडीएम की कोई जाति नहीं होती। चाहे वह किसी भी जाति का हो, मैं उसे पीटता... उनकी हरकतों को सुधारने का यही एकमात्र इलाज है... हमने सुबह से कुछ नहीं किया, हम उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हमारे लिए खाने का इंतजाम नहीं किया गया... मैं इसी मंच पर था, जब मैं बेहोश हो गया। मेरे समर्थक मुझे अस्पताल ले गए और जब मिर्ची बम का धमाका हुआ, तो मेरे समर्थक मुझे दूसरे गांव ले गए, जहां मैंने पूरी रात आराम किया... जो कुछ भी हुआ, वह पुलिस ने किया... एसडीएम यहां क्यों हुक्म चला रहे थे? वह भाजपा के एजेंट हैं..."
वहीं अजमेर रेंज के आईजी ओम प्रकाश ने बताया कहा कि कल की घटना के बाद 4 मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं... करीब 10 पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। उपद्रवी बाहर से आए थे और पथराव में कई ग्रामीण भी घायल हुए हैं... इस दौरान कुछ निजी वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया... किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस हिरासत से भागने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के तहत मामला दर्ज किया गया है... आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी। हम उसे सभी आरोपों में गिरफ्तार करेंगे और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे..."
देवली-उनियारा विधानसभा में हुए थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था। इसी बीच हुए हंगामे में मीणा के फरार होने पर समरावता में देर रात हुई हिंसा के बाद एरिया में इंटरनेट बंद कर दिया गया। मौके की स्थिति यह है कि करीब 100 से ज्यादा कार, बाइक, जीपों में आग लगा दी गई। गांव वालों में अब डर का माहौल है। ग्रामीण कह रहे हैं कि पुलिस ने उनके परिवारों से युवाओं को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारा कोई कसूर नहीं है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई का खौफ ग्रामीणों में नजर आ रहा है।
उधर SDM के साथ हुई मारपीट मामले में RAS के साथ अब IAS एसोसिएशन, तहसीलदार संघ, पटवार संघ, सचिवालय कर्मचारी संघ, सचिवालय अधिकारी संघ सहित अन्य संगठनों ने भी नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग का समर्थन किया है. नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से खाना आया था। पुलिस ने टोल पर खाने के पैकेट रोक लिए। इस पर वह अकेले ही धरनास्थल से उठकर पुलिस अधिकारी से बात करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनको पकड़ लिया। जैसे ही समर्थकों को पता चला तो वे नरेश मीणा को छुड़ा ले गए।