नामीबिया स्पेशल फ्लाइट से भारत पहुंचे 8 चीते
नई दिल्ली। शनिवार सुबह 7.55 बजे नामीबिया से स्पेशल फ्लाइट 8 चीतों को भारत लेकर आई। 24 लोगों की टीम के साथ चीते ग्वालियर एयरबेस पर उतरे। यहां से चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए इन्हें कूनो नेशनल पार्क लाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ग्वालियर पहुंच गए हैं। यहां से वे भी कूनो के लिए रवाना होंगे। प्रधानमंत्री तीन बॉक्स खोलकर चीतों को कूनो में क्वारंटीन बाड़े में छोड़ेंगे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने PM को रिसीव किया।
इससे पहले ग्वालियर में चीतों का रुटीन चेकअप हुआ। चीतों के साथ नामीबिया के वेटरनरी डॉक्टर एना बस्टो भी आए हैं। चीतों को खास तरह के पिंजरों में लाया गया है। लकड़ी के बने इन पिंजरों में हवा के लिए कई गोलाकार छेद किए गए हैं। पिंजरों को ट्रॉली के जरिए चिनूक हेलिकॉप्टर में शिफ्ट किया गया था।
आज प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन भी है। मोदी कूनो में आधा घंटे रहेंगे। इस दौरान वे चीता मित्र दल के सदस्यों से बात करेंगे। पार्क में स्कूली बच्चों को भी आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री अपना जन्मदिन इन बच्चों के साथ मनाएंगे। एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारत में चीतों का पुनर्व्यवस्थापन (री-अरेंजमेंट) तब माना जाएगा, जब यहां चीतों की संख्या 500 हो जाएगी। इस टारगेट को पूरा करने के लिए साउथ अफ्रीका और नामीबिया से हर साल 8 से 12 चीते भारत भेजे जाएंगे। इसके अलावा भारत में चीतों की वंश वृद्धि भी इसमें शामिल होगी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के आधार पर चीतों के रहन-सहन समेत अन्य मानकों का पूरा खाका बन गया है।