प्रशासन ने नहीं हटाया शासकीय जमीन से कब्जा तो ग्रामीणों खुद चलवा दिया बुलडोजर
पूर्व सरपंच भाजपा नेता सहित अन्य रसूखदारों ने किया है कब्जा
बिलासपुर। बिलासपुर में ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी प्रशासन ने शासकीय जमीन को कब्जा मुक्त नहीं किया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने मिलकर खुद ही अवैध कब्जाधारियों के दर्जन भर मकान व दुकानों में बुलडोजर चला दिया। इसके चलते गांव में जमकर बवाल हुआ। पहले TI ने खाकी का रौब दिखाकर ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की। लेकिन, ग्रामीणों का आक्रोश भड़का तब तहसीलदार से लेकर SDM और पुलिस की टीम भी शांत रहकर उसमें सहभागी बन गई। मामला तखतपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम बेलमुंडी का है।
दरअसल, गांव वाले गौठान और शासकीय जमीन में लगातार हो रहे अतिक्रमण से परेशान थे। ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने अवैध कब्जा हटाने के लिए कई बार तहसील कार्यालय में जाकर शिकायत की। साथ ही जिला प्रशासन से भी अतिक्रमण तोड़ने की मांग की। लेकिन, राजस्व अफसर ग्रामीणों की मांग को नजरअंदाज करते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय जमीन पर दो बार गांव में सरपंच रहे भाजपा नेता विश्राम कौशिक के साथ ही अन्य रसूखदारों ने अतिक्रमण कर मकान व दुकान बना लिया है। इसके चलते गांव में शासकीय जमीन नहीं बची है। उनकी देखादेखी कई ग्रामीणों ने मकान बनाकर जमीन को घेर कर कांटा तार लगा लिया है।
प्रशासन की इस उदासीनता के चलते ग्रामीणों के मन में आक्रोश था। लिहाजा, ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पास किया और अतिक्रमण हटाने की सूचना भी दी। इसके बाद भी राजस्व अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस पर मंगलवार की दोपहर 12 बजे एकजूट होकर ग्रामीणों ने बुलडोजर मंगाया और पक्के मकान और दुकानों में बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। ग्रामीणों और पुलिस के साथ हुए विवाद के बाद गांव में सनसनी फैल गई। इसके बाद जिला मुख्यालय को इस घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद बिलासपुर से बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव रवाना किया गया। लेकिन, पुलिस की मौजूदगी में ही ग्रामीण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने अड़े रहे। इस दौरान करीब 10 मकान, 10 दुकान और झोपड़ियों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। वहीं, पुलिस ग्रामीणों की इस कार्रवाई को देखती रह गई। ग्रामीणों की इस एकजूटता और जबरिया मकान व दुकानों को तोड़ने के खिलाफ कब्जाधारियों ने अपने पहुंच का इस्तेमाल करते हुए SDM महेश शर्मा, तहसीलदार राजेंद्र भारत, नायब तहसीलदार गुरु दत्त पंचभाई और मनीषा झा को बुला लिया, उस समय कलेक्टर TL की मीटिंग ले रहे थे। लेकिन, जब राजस्व अधिकारी वहां पहुंचे, तब बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुटी थी। अफसरों ने ग्रामीणों को रोकने के लिए हिर्री TI को दलबल के साथ बुला लिया था। लेकिन, ग्रामीणों की भीड़ व आक्रोश को देखकर अफसरों ने चुप्पी साध ली और मूकदर्शक बने रहे।
राजस्व अफसरों के इशारे पर हिर्री TI बृजलाल भारद्वाज ने JCB चालक को रोक दिया और खाकी का रौब दिखाकर गाली देते हुए उसकी पिटाई कर दी। इससे भड़के ग्रामीणों की भीड़ TI भारद्वाज से उलझ गए। मारपीट करने से नाराज ग्रामीणों ने TI से धक्कामुक्की करते हुए झूमाझटकी शुरू कर दी। ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में सहयोग देने कहा। इसके बाद अफसर भी शांत हो गए और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को देखते रहे। हालांकि, TI बृजलाल भारद्वाज ने इस तरह से कोई विवाद व हाथापाई करने से इंकार किया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने मिलकर खुद ही गांव का कब्जा हटाया है। राजस्व अफसरों के साथ वह अपनी टीम के साथ लॉ एंड आर्डर ड्यूटी पर थे।