दंतेवाड़ा में हुई मुठभेड़ को माओवादियों ने बताया फर्जी

प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर लगाए कई गंभीर आरोप

दंतेवाड़ा में हुई मुठभेड़ को माओवादियों ने बताया फर्जी

जगदलपुर। दंतेवाड़ा जिले में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को माओवादियों ने फर्जी बताया है। दरभा डिवीजन कमेटी के सचिव साईनाथ ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। साईनाथ ने कहा कि उनके साथी बुधराम समेत अन्य पर पुलिस ने फायरिंग की। बुधराम घायल हो गया था, उसे गिरफ्तार किया जा सकता था। लेकिन, पुलिस ने उसे गोली से मारकर उसकी हत्या कर दी। साथ ही बुधराम के साथ अन्य तीन लोग भी घायल हुए थे। जिन्हें पुलिस पकड़ कर ले गई। तीनों को आज तक कोर्ट में पेश नहीं किया गया है।

दरअसल, दंतेवाड़ा पुलिस ने जानकारी दी थी कि 25 जुलाई की रात कटेकल्याण क्षेत्र में नक्सलियों के साथ जबरदस्त मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में जवानों ने कटेकल्याण एरिया कमेटी मेंबर बुधराम मरकाम को ढेर कर दिया। बुधराम पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था। जबकि, माओवादी लीडर ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया है। साईनाथ ने कहा कि, पुलिस ने निहत्थे साथियों पर गोलियां चलाई थी। जिन तीन लोगों को जवान उठाकर ले गए उन्हें जल्द से जल्द कोर्ट में पेश करने की माओवादी लीडर ने मांग की है।

साईनाथ का कहना है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने मुनाफा पाने के लिए बस्तर में खनिज संपदा को लूट रही है। विकास के नाम पर अनेक खनन परियोजनाओं को चालू करने के फिराक में है। बस्तर की जनता इसका पुरजोर विरोध कर रही है। अपने जल-जंगल-जमीन को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। माओवादियों ने कहा कि हमारी PLGA पार्टी और जननायक इनकी मदद कर रहे हैं। वहीं इनकी मदद करने वाले लोगों की पुलिस हत्या कर रही है। मुठभेड़ के नाम से जिस तरह से बस्तर में हत्या हो रही है इसका विरोध करने की मांग की है।