पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तीन लाख ईनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
नक्सली उत्तर बस्तर डिवीजन अंतर्गत परतापुर एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर-5 में था सक्रिय
कांकेर। पुलिस एवं बीएसएफ द्वारा नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के खोखली विचारधारा, उनके शोषण, अत्याचार, हिंसा से तंग आकर सी.पी.आई. माओवादी संगठन अंतर्गत प्रतिबंधित माओवादी संगठन मिलिट्री प्लाटून नम्बर-05 के सेक्शन 'ए' का डिप्टी कमांडर सदस्य सन्नु माड़वी उर्फ शिवाजी पिता बुदरू माड़वी उम्र 32 वर्ष साकिन ग्राम छिंदपारा मनकेली थाना / जिला बीजापुर छत्तीसगढ़ जो नक्सली संगठन में वर्ष 2005 से सक्रिय था। छ.ग. शासन की ईनाम पॉलिसी के तहत उक्त माओवादी सदस्य पर 3 लाख रुपये का ईनाम घोषित है। आज दिनांक 18.07.2023 को इन्द्राज सिंह, महानिरीक्षक बीएसएफ छत्तीसगढ़ फ्रंटियर, अजय अग्रवाल उप महानिरीक्षक बीएसएफ इंटलिजेश ब्रांच फ्रंटियर हेड क्वार्टर भिलाई, हरेन्दर पाल सिंह सोही उप महानिरीक्षक बीएसएफ सेक्टर हेडक्वार्टर कांकेर, नवल सिंह सेनानी 135 वीं वाहिंनी बीएसएफ अंतागढ़, खोमन सिन्हा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंतागढ़ के समक्ष अंतागढ़ में आत्मसमर्पण किया। दिव्यांग पटेल (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक कांकेर द्वारा आत्मसमर्पित नक्सली को प्रोत्साहन राशि 25000/- ( पच्चीस हजार रुपये) नगद प्रदान किया गया एवं शासन से प्राप्त सहायता नियमानुसार प्रदाय की जाएगी। इस अवसर पर अमरनाथ सिदार अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अंतागढ़ एवं बीएसएफ के अन्य अधिकारी / कमर्चारीगण उपस्थित रहे।
आत्मसमर्पित नक्सली सन्नु माड़वी उर्फ शिवाजी का संक्षिप्त विवरण :-
वर्ष 2005 में बाल संघम के रूप में भर्ती हुआ। वर्ष 2005-06 में 03 माह कंपनी नंबर -02 में रहा। • वर्ष 2006 में पदोन्नत होकर उत्तर बस्तर डिवीजन के अंतर्गत सक्रिय परतापुर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर -05 में सेक्शन डिप्टी कमांडर के रुप वर्ष 2016 तक कार्य किया।
धारित हथियार इंसास / एसएलआर
वर्ष 2015 में संगठन के ही जीतो जुर्री के साथ विवाह करने पर इसे पद से डिमोट कर दिया गया। • वर्ष 2016 में पदावनत करते हुये, सन्नु माड़वी उर्फ शिवाजी को गंगालूर एरिया कमेटी भेजा गया एवं मनकेली जनमिलिशिया कमांडर की जवाबदारी सौंपी गई, जिस पद पर आज दिनांक तक कार्य कर रहा था।
सन्नु माड़वी उर्फ शिवाजी द्वारा घटित घटना :-
फरवरी 2006 में एनएमडीसी हिरोली दंतेवाड़ा में 08 सीआईएसएफ जवानों की हत्या किये एवं 17 हथियार लूटे। वर्ष 2007 विश्रामपुरी पुलिस थाना, जिला कोण्डागांव में हमला कर 01 सउनि, 02 प्रधान आरक्षक की हत्या की। जुलाई 2009 में मदनवाड़ा कैम्प हमला, जिसमें एसपी विनोद चौबे सहित 29 जवानों का हत्या किये। इस एम्बुश में 300 माओवादी सुधाकर और रामेदर के नेतृत्व में शामिल रहा ।
अगस्त 2010 में थाना दुर्गुकोंदल थाना के भुस्की गांव में बीएसएएफ के 05 जवानों की हत्या किये, हथियार लूटे ।
अगस्त 2019 में गोरना गांव, जिला बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट किये जिसमें डीआरजी के जवान घायल
अप्रैल 2023 में जनमिलिशिया कमांडर के रूप में मनकेली (बीजापुर) पंचायत एरिया में कैम्प के विरोध में पेड़ काटकर रोड़ ब्लाक कर नक्सल बैनर पोस्टर लगाये और नवीन कैम्प खोलने और सड़क निर्माण का विराध किये।