तीन अंतर्राज्जीय तस्कर गिरफ्तार, ठगों के सहयोगी बीएसपी कर्मचारी पर भी 420 के तहत की जाएगी कार्रवाई
आरोपियों से 10 कार, 1 बुलेट बाइक, 1 वाशिंग मशीन, दो मोबादल सहित करीब 30 करोड़ का सामान जब्त
आरोपीगण शिवा उर्फ शिव कुमार पिता तंगशांत उम्र 42 वर्ष निवासी जोन 2 खुर्सीपार, पी. श्रीनिवास पिता स्व. पी. अप्पा स्वामी उम्र 44 वर्ष निवासी गुरुघासीदास विश्वबैंक कॉलोनी भिलाई 3 तथा ग्राम उल्बा थाना अभनपुर रायपुर निवासी योगेश सोनवानी पिता कोमेश्वर सोनवानी उम्र 42 वर्ष
भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) कर्मचारी हेमंत कुमार निवासी केएलसी जोन 2 खुर्सीपार से ठगी के मामले में पुलिस ने तीन अंतर्राज्जीय ठगों शिवा उर्फ शिव कुमार पिता तंगशांत उम्र 42 वर्ष निवासी जोन 2 खुर्सीपार, पी. श्रीनिवास पिता स्व. पी. अप्पा स्वामी उम्र 44 वर्ष निवासी गुरुघासीदास विश्वबैंक कॉलोनी भिलाई 3 तथा ग्राम उल्बा थाना अभनपुर रायपुर निवासी योगेश सोनवानी पिता कोमेश्वर सोनवानी उम्र 42 वर्ष को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने आरोपियों से 10 कार, 1 बुलेट बाइक, 1 वाशिंग मशीन, दो मोबादल सहित करीब 30 करोड़ का सामान जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ थाना खुर्सीपार द्वारा धारा 420, 120 बी के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपियों द्वारा दूसरों के पहचान पत्र का इस्तमाल कर कार, बाइक सहित अन्य सामानों का फाइनेंस कर दूसरे राज्यों में बेच दिया जाता था। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक के पूछताछ के दौरान यह भी सामने निकलकर आया कि गिरफ्तार तीन ठगों को जालसाजी करने में बीएसपी कर्मी प्रार्थी हेमंत कुमार द्वारा रुपए की चालत में सहयोग किया जाता था। बीएसपी कर्मचारी द्वारा अपने सैलरी स्लिप के माध्यम से कार व बाइक फाइनेंस कर आरोपियों को दे दिया जाता था। इसके बदले में आरोपियों द्वारा बीएसपी कर्मचारी हेमंत कुमार को भी रुपए दिया जाता था। इस कारण पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद अब प्रार्थी बीएसपी कर्मचारी पर भी धारा 420 में अभियुक्त बनाकर कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को कंट्रोल रूम सेक्टर-6 में आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि आरोपियों को पकडऩे के लिए थाना प्रभारी वीरेन्द्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में उसनि यशवंत श्रीवास्तव, नागेन्द्र बंछोर, आरक्षक हर्ष देवांगन, इशांत प्रधान, पंकज सिंह, चुमुक सिन्हा, सुभाष यादव, सुभाष चंद की टीम गठित की गई थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा कार फाइनेंस कर दूसरे राज्यों जैसे केरल, कर्नाटक, गोवा, अरूणाचल प्रदेश, आंध्रा प्रदेश, उड़ीसा, मध्यप्रदेश आदि जगहों पर बेच दिया जाता था। खुर्सीपार निवासी बीएसपी कर्मी से रायपुर के एक युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर ठगी की है। शातिर ठगों ने बीएसपी कर्मी की मजबूरी का फायदा उठाते हुए पहले उसे अपने झांसे में लिया और उसके नाम पर एक-एक कर बुलेट बाइक, महिन्द्रा एक्सयूवी व वाशिंग मशीन फाइनेंस कर अपने पास रख लिए। जब इन सभी प्रोडक्टस की किस्ते नहीं पटी तो बैंक वाले बीएसपी कर्मी के घर पहुंचने लगे। इसके बाद बीएसपी कर्मी को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। बीएसपी कर्मी की शिकायत पर खुर्सीपार पुलिस ने रायपुर निवासी योगेश सोनवानी सहित खुर्सीपार निवासी शिवा ऊर्फ शिव कुमार व भिलाई तीन निवासी श्रीनिवास के खिलाफ धारा 120-बी, 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।
ठगों की मदद पर बीएसपी कर्मचारी को मिलता था रुपये
खुर्सीपार पुलिस के अनुसार केएलसी जोन 2 खुर्सीपार निवासी हेमंत कुमार कुमार बीएसपी के टीएनडी विभाग में लोको पायलट के पद पर कार्यरत है। हेमंत कुमार ने थाने मे उपस्थित होकर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि शिवा ऊर्फ शिव कुमार के माध्यम से उसकी जान पहवान भिलाई तीन श्रीनिवास एवं रायपुर निवासी योगेश सोनवानी से हुई। हेमंत ने अपनी बेटी की शादी के नाम पर शिवा और श्रीनिवास से 20 हजार रुपए उधार मांगे थे। इसके बाद 22 अक्टूबर 2022 को शिवा और श्रीनिवास हेमंत कुमार को टाटीबंध रायपुर ले गये। टाटीबंद में दोनों ने योगेश सोनवानी से मिलाया और इसके बाद सभी बुलेट शो रूम पहुंचे। बुलेट शो रूम में हेमंत कुमार को आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पास बुक और सेक्टर 04 स्टेट बैंक के तीन चेक हस्ताक्षर कराकर ले लिए और बुलेट फायनेंस करवा लिया। इन लोगों ने बुलेट बेचकर रुपए देने का वादा किया। इसके कुछ दिन बाद तीनों ने हेमंत को महिन्द्रा एक्सयूवी खरीदने का झांसा दिया। तीनों ने कहा कि हम लोग भरेगें डाउन पैमेंट भी हम लोग देगें उस गाडी को किराये में चलायेगें उससे जो फायदा होगा वह आपको भी देगें। इसके बाद सभी महेन्द्रा शो रूम रायपुर मोवा गए और हेमंत के दस्तावेज से महेन्द्रा एक्स यूवी 300 को फायनेंस में लिए जिसका डाउन पैमेंट योगेश सोनवानी दिया है। इसेक बाद भिलाई 3 सभी ने शराब पी। इस दौरान योगेश सोनवानी ने एक एग्रीमेंट में हस्ताक्षर करा लिया। फायनेंस होने के एक दो दिन बाद शिवा ने हेमंत को 20 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद 15 जनवरी 2023 को शिवा और श्रीनिवास हेमंत के पास पहुंचे और वाशिंग मशीन दिलवाने कहा और उसकी किस्ते भी खुद ही जमा करने की बात कही। इसके बाद दोनों हेमंत को लेकर न्यू वसंत टाकिज के पास केके इलेट्रानिक्स लेकर गए। यहां पर हेमंत के नाम पर एक वाशिंग मशीन ले ली। इसके बाद कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया। इसके बाद जब बैंक के रिकवरी वाले घर पहुंचने लगे तो पता चला कि वे लोग किस्ते जमा नहीं कर रहे है। इस तरह से उन लोगों ने हेमंत कुमार को झांसे में लेकर ठगी की। इस ठगी के बदले में बीएसपी कर्मचारियों को रुपये भी मिलता था।