नक्सली हमले में गिरफ्तार 113 आदिवासी हुए रिहा
बस्तर। जिला मुख्यालय जगदलपुर स्थित केंद्रीय जेल से शनिवार को 110 और दंतेवाड़ा उप जेल से 3 आदिवासियों दोषमुक्त करार देते हुए रिहा कर दिया गया। माननीय न्यायालय द्वारा दिये गए जजमेंट के आधार पर इन सभी के खिलाफ घटना से जुड़े होने के कोई सबूत नहीं पाए गए जिससे सभी को रिहा किया गया है।
दरअसल 24 अप्रैल 2017 को सुकमा जिले के बुर्कापाल सीआरपीएफ कैम्प से 74 बटालियन के जवान दोरनापाल से जगरगुंडा के बीच निर्माण हो रही सड़क को सुरक्षा देने निकले थे, तभी बुर्कापाल गांव से कुछ दूरी पर ही घात लगाए माओवादियों ने जवानों पर हमला कर दिया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 24 जवान शहीद हो गए थे।
घटना के बाद जांच करते हुए 2017 में ही बुर्कापाल समेत अन्य छह गांव से कुल 121 ग्रामीणों की गिरफ्तारी की गई थी। इन 121 ग्रामीणों में 7 नाबालिक थे और शेष 114 में एक ग्रामीण की जेल में ही मृत्यु हो गई थी। बचे सभी 113 ग्रामीणों को सबूतों के अभाव में दोषमुक्त कर एनआईए न्यायालय द्वारा रिहा कर दिया गया।