भरमार बंदूक के साथ 5 नक्सली गिरफ्तार
बलरामपुर। बलरामपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चंदो थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बैरडीहकला के एक घर में दबिश देकर भरमार बंदूक के साथ एक नक्सल आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के निशानदेही पर चार अन्य लोग जो नक्सल वारदात में शामिल थे, उन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह द्वारा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर थाना प्रभारियों को नक्सलियों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही करने तथा नक्सल उन्मूलन की दिशा में और अधिक सक्रियता से कार्य करने हेतु निर्देर्शित किया गया है। गत 23 जून को थाना प्रभारी चान्दो सम्पत राम पोटाई हमराह स्टाफ के साथ नक्सली गश्त सर्चिंग के लिए थाना चान्दो अन्तर्गत ग्राम शाहपुर, कंदरी, सुखरी, जवांखांड, जलबोथा, मगाजी एवं जलबोथा की ओर रवाना हुये थे। गश्त के दौरान टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम बैरडीहकला ‘बोदाखांड’, राजेश उर्फ बुंती अपने घर में 4-5 भरमार बन्दूक छिपा कर रखा है। Also Read - फर्जी आधार कार्ड और गवाह लेकर बेचीं सरकारी जमीन, केस दर्ज मुखबिर की सूचना प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने राजेश उर्फ बुंती के घर की घेराबंदी कर सतर्कतापूर्वक रेड कार्रवाई की। राजेश उर्फ बुंती के घर से 5 भरमार बन्दूक तथा गन पावडर एवं शीशे का टुकड़ा जब्त की गई। आरोपी राजेश की निशानदेही पर अन्य आरोपी जुगेल, बिरजू, नकल तथा गंगाराम को अपराध सबूत पाये जाने पर गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय में पेश किया जा रहा है। हथियार के साथ पकड़े गए आरोपियों के आपराधिक रिकार्ड के संबंध में जिले में दर्ज नक्सल प्रकरणों एवं सरहदी राज्यों में दर्ज प्रकरणों में आरोपियों की संलिप्तता के संबंध जांच / विवेचना की जा रही है। ज्ञात हो कि, आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को नक्सलियों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही करने तथा नक्सल उन्मूलन की दिशा में और अधिक सक्रियता से कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया था, जिससे यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। थाना सामरीपाठ क्षेत्रांतर्गत ग्राम पुन्दाग एवं भुताहीमोड़ में कैम्प खुलने तथा पहुंचविहीन नक्सल क्षेत्रों में सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत लगातार चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम सर्चिंग अभियानों के कारण कुछ दिन पूर्व ही पुलिस से प्रभावित होकर भारी संख्या में पूर्व नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।