घायल होने के बाद भी जवानों ने डटकर किया नक्सलियों का मुकाबला, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सीमा सुरक्षा बल की प्रभावी कार्यवाही
कांकेर। दिनांक 26/05/2023 को स्थानीय सूत्रों, सीमा सुरक्षा बल की सामान्य शाखा एवं पुलिस से प्राप्त नक्सली गतिविधियों की आसूचना के आधार पर इंदराज सिंह, महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल के निर्देशन मे एक संयुक्त ऑपरेशन की योजना बनाई गई। इस ऑपरेशन में कुल 11 टीमों को संयुक्त अभियान हेतु चिन्हित किया गया, जिसमें 07 टीमें यथा सी.ओ.बी. संगम, मरोड़ा, छोटेबेठिया, बडेझारकट्टा, मण्डागांव, मेण्ड्रा एवं बड़गांव को सक्रिय ऑपरेशन हेतु भेजा गया तथा सी.ओ. बी. नागलदण्ड, परतापुर, हेटले एंव सामरिक मुख्यालय दुर्गकोण्डल को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए रिजर्व के रूप में रखा गया।
पुलिस अधीक्षक के अनुमोदनोपरान्त सभी सातों टीमें पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार सायं 6 बजे अपने-अपने इलाकों में संयुक्त संक्रियात्मक अभियान के लिए रवाना हुई। इसी क्रम में सी. ओ.बी. मेण्ड्रा की टीम श्री तारा दत्त, सहायक समादेष्टा 178वीं वाहिनी सी.सुबल के नेतृत्व में 03 अधीनस्थ अधिकारी एवं 25 अन्य पद कार्मिक तथा जिला पुलिस बल के 01 जवान (कुल 30 कार्मिक) 6 बजे ही अपने तयशुदा मार्ग के अनुरूप ऑपरेशन के लिए रवाना हुए। दिनांक 26/05/2023 को जब यह पार्टी ग्राम बिचपाडा (20 3:43.93 उ. 80°51'12.20' पू.) के पास पहुंची, तभी पहले से छिपे हुए नक्सलियों द्वारा अचानक 10 से 12 राउंड गोलीबारी की गई। इसी दौरान बीएसएफ की पार्टी ने मोर्चा संभाला और त्वरित कार्यवाही करते हुए 40 राउंड फायर किया साथ ही पार्टी ने मुठभेड़ वाली जगह पर ही ऑल राउड डिफेंस की पोजीशन ली तथा सतर्कतापूर्वक नक्सलियों की संभावित गतिविधियों पर नजर रखने लगे। इस घटना में नक्सलियो द्वारा की गई गोलीबारी मे संख्या 130601672 आरक्षक मानकराम, गर्दन एवं कंधे के पास स्पिलिंटर लगने से घायल हुए एवं संख्या 143201649 आरक्षक विकाश सिंह, सिर में स्पिलिंटर लगने से घायल हुए। घायल होने के बावजूद भी इन दोनो कार्मिकों ने बहुत ही बहादुरी के साथ नक्सली फायर का फायर से जवाब दिया।
तत्काल ही इस घटना की सूचना टेक मुख्यालय दुर्गकोण्डल को दी गई। इसके अनन्तर सी. ओ.बी. हेटले. सी. ओ.बी. महला की पार्टियों को इलाके की घेराबंदी के लिए सी. ओ.बी. से रवाना किया
गया साथ ही सी. ओ.बी. बड़गाव मे स्थित डी.आर.जी. की टीम को जिला पुलिस सुपरिन्टेंडेंट के साथ समन्वय करके घटनास्थल की ओर रवाना किया गया। श्री विनोद अधिकारी द्वितीय कमान अधिकारी, कार्यवाहक समादेष्टा, 178 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के लगभग 25 कार्मिकों के साथ सी. ओ.बी. मेण्ड्रा पहुँचे और परिस्थिति के अनुरूप डी.आर.जी. की टीम एवं अपनी बी.एस.एफ. के टीम के साथ रि-इन्फोर्समेंट के लिए घटनास्थल की ओर रवाना हुए और दिनांक 27/05/2023 को लगभग 0500 बजे चारो तरफ घेराव की कार्यवाही शुरू की। उक्त घटनास्थल सी. ओ.बी. मेण्ड्रा से लगभग 05 किमी दूर घने जंगलों के बीच पल्लेमारी पहाड़ियों से पश्चिम दिशा मे अवस्थित है और अपनी जटिल व कठिन भौगोलिक संरचना के कारण नक्सलियो के लिए सर्वथा उपयुक्त है।
प्रातः प्रथम किरण के साथ ही बी.एस.एफ. व डी. आर. जी. टीमों द्वारा ज्वॉइंट सर्च शुरू की गई तब तक नक्सली अंधेरे एवं जंगल का फायदा उठाकर घटनास्थल से भाग चुके थे। सर्च के दौरान बी. एस.एफ. व डी.आर. जी. की पार्टी को 01 महिला नक्सली घायल अवस्था मे मिली जिसके पास इम्प्रोवाइजड 7.62 एम. एम. रायफल तथा एम्युनिशन मिला। घायल महिला नक्सली की पहचान फगनी पोड़याम, उम्र 24 वर्ष, आर.के.बी. डिवीजन अंतर्गत कोतरी एरिया कमिटी के मदनवाड़ा कोडेकुर्से संयुक्त एल.ओ.एस. सदस्या के रूप में की गई।
बी.एस.एफ. के दोनों ही घायल जवानों को घटनास्थल से टेक हेडक्वाटर दुर्गकोण्डल लाया गया और तत्काल ही हेलीकॉप्टर द्वारा रायपुर लाया गया एवं एम्स रायपुर मे बेहतर इलाज के लिए भर्ती किया गया। मानवीय आधार पर घायल महिला नक्सली को भी जिला अस्पताल कांकेर में भर्ती किया गया।
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान श्री विनोद अधिकारी, द्वितीय कमान अधिकारीएवं श्री तारा दत्त, सहायक समादेष्टा कंपनी कमांडर की भूमिका महत्वपूर्ण रही। श्री विनोद अधिकारी ने जहां फायरिंग के उपरांत रि-इन्फोर्समेंट एवं अन्य पार्टियों की सही तैनाती सुनिश्चित की एवं स्वयं ही पूरे दल-बल के साथ घटनास्थल का सर्च किया, वहीं श्री तारा दत्त, सहायक समादेष्टा, पार्टी कमांडर, टीम मेण्ड्रा ने अचानक हुई नक्सली फायरिंग का त्वरित एवं प्रभावी उत्तर दिया एवं विपरीत परिस्थिति के बावजूद पूरी पार्टी के फायर को नियंत्रण मे रखा तथा चारों तरफ से नक्सलियों से घिरने के बावजूद ऊंचे दर्जे का अनुशासन व पूरे ट्रुप्स के मनोबल को बनाए रखा तथा अतिशय बहादुरी का परिचय दिया, जिससे बी. एस.एफ. पार्टी का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और एक महिला नक्सली कमांडर को जीवित पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई।
यहा पर यह ध्यातव्य है कि विगत सप्ताह ही दिनांक 19/05/2023 को 03 बड़े इनामी नक्सलियों को बी.एस.एफ. ने मोबाईल फोन, रेडियो सेट एवं धारदार हथियार के साथ पकड़ा था। विगत 105 माह के दौरान सीमा सुरक्षा बल ने विविध सूत्रो से प्राप्त आसूचनाओ के आधार पर नक्सलियो के खिलाफ स्थानीय पुलिस के समन्वय से जबरदस्त ऑपरेशन चलाए हैं एवं अब तक कुल 06 बड़े व इनामी नक्सलियों को, जिसमे कमांडर भी शामिल है, को पकड़ा है।
बी.एस.एफ. के द्वारा श्री इंदराज सिंह, महानिरीक्षक सी. सुबल के निर्देशन मे चलाए गए अभियानों में दोनो ही सेक्टर मुख्यालयों एवं अधीनस्थ वाहिनियो ने स्थानीय पुलिस के साथ उचित तादात्म्य स्थापित करते हुए जबरदस्त कार्यवाही की है जिससे नक्सलियो के मनोबल पर जबरदस्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है तथा बल के कार्मिको का मनोबल काफी ऊँचा हुआ है ।
सर्च के दौरान नक्सलियो की अधोलिखित सामग्री को बी.एस.एफ. ने घटनास्थल से बरामद किया:-
1. 7.62 एम. एम. इम्प्रोवाइजड रायफल-01 नग
2. 7.62 एम. एम एम्युनिशन-07 राउंड
3. 7.1 एम. एम. एम्युनिशन - 23 राउंड
4. 8 एम. एम. एम्युनिशन - 15 राउंड
5. 12 बोर एम्युनिशन-06 राउंड
6. खाली कारतूस-09 राउंड
7. चाकू 03 नग
8. सोलर प्लेट-01 नग
9. मैग्जीन पाउच-07 नग
10 इलेक्ट्रिक वायर 100 मीटर
11. एंटी थेप्ट अलार्म रिमोट कंट्रोल- 06 नग
12. इम्प्रोवाइज्ड रिमोट- 2-01 नग
13. बैटरी-08 नग
14. टॉर्च- 02 नग
15. वाटर बोतल 04 नग
16. चार्जर 01 नग
17. पेचकस 02 नग
18. वायर कटर- 01 नग
19. वेल्डिंग सोल्डर - 01
20. स्पोर्टस जूते 03 जोड़ा
21. डायरी - 01 नग ( दलम पुस्तक)
22. प्राथमिक उपचार बॉक्स - 01 नग
23. बेलचा 01 नग
24. इम्प्रोवाइज्ड वाटर फिल्टर - 02 नग
25. टोपी 01 नग
26. मोबाईल फोन-01 नग
27. लाल कपड़ा
28. साबुन, तेल, नमकीन एवं बिस्कुट
29. प्रेशर कुकर आई.इ.डी.