घर से अगवा कर आदिवासी युवक को नक्सलियों ने उतारा मौत के घाट
मोहला-मानपुर। जिले में नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में एक आदिवासी की हत्या कर दी है. साथ ही माओवादियों ने मृतक के शव के पास पर्चे भी फेंके हैं. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया है. मामला मानपुर ब्लॉक अंतर्गत सीता गांव थाना क्षेत्र के पिटेमेटा गांव का है.
जानकारी के अनुसार, जिले के मानपुर ब्लॉक अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा पर तीन सशस्त्र माओवादी ग्राम पिटेमेटा में आ धमके. यहां अपने घर में सो रहे आदिवासी प्रेम सिंह घावडे को ये माओवादी अपने साथ ले गए. बूढ़े पिता ने लाख मिन्नतें की, लेकिन नक्सलियों बुजुर्ग को भी धमकाकर खामोश कर दिया. कुछ देर बाद बुढ़ा पिता अन्य ग्रामीणों के साथ नक्सलियों के गए रास्ते में पहुंचे तो गांव के स्कूल से कुछ दूर औंधी जाने वाले कच्चे मार्ग में प्रेम सिंह की खून से सना शव मिला।
वहीं उसे उठाने वाले लाल कैडर जंगल में गुम हो चुके थे। इसके अलावा शव के उपर और आसपास बड़ी संख्या में आरकेबी डिवीजन के हवाले से जारी पर्चे फेंके गए थे. इसमें मृतक प्रेम सिंह को पुलिस मुखबिर बताते हुए जन अदालत में उसकी हत्या किए जाने की बात लिखी गई है. वहीं पर्चों में कांग्रेस-भाजपा समेत राजनीतिक पार्टियों को मार भगाओ जैसे नक्सल आह्वान उल्लेखित है.
यही नहीं पुलिस मुखबिरों को जनता और संगठन से माफी मांगते हुए मुखबिरी छोड़ने अन्यथा मौत की सजा पाने की चेतावनी भी लाल सेना ने दी है। घटना के करीब 12 घंटे बाद पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर मानपुर मुख्यालय भेज दिया है. वहीं पर्चों को भी जब्त कर लिया है. मृतक के पिता मानसाय ने बताया कि इस घटना के बाद मृतक की पत्नी, बच्चे और अन्य सदस्य दहशत में घर से बाहर ही नहीं आ पाए. वृद्ध मानसाय के मुताबिक, माओवादीयों ने उनके बेटा तो छीन ही लिया, वहीं दो मासूम बच्चों से भी उनका पिता छीन गया है.