VIDEO इस BJP नेता पर लगा रुपए बांटने का आरोप, रुपए और कुछ दस्तावेज जब्त, विरोध के बाद दो नेताओं के खिलाफ तीन FIR दर्ज

चुनाव के एक दिन पहले महाराष्ट्र में गरमाया राजनीति

महाराष्ट्र। मंगलवार, 19 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले पैसे बांटने का आरोप लगा है। मुंबई के उपनगर विरार के होटल में चुनाव आयोग के अफसरों ने तावड़े के कमरे से 9 लाख रुपए और कागजात बरामद किए। इसका वीडियो सामने आया है। हालांकि चुनाव आयोग ने सिर्फ इतना कहा है कि कुछ सीज किया गया है। डिटेल में जानकारी नहीं दी है। इस मामले में चुनाव आयोग ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और नालासोपारा से भाजपा कैंडिडेट राजन नाइक के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत FIR दर्ज कराई है।

बहुजन विकास अघाड़ी द्वारा महाराष्ट्र चुनाव से पहले भाजपा पर पैसे बांटने का आरोप लगाने पर वसई के जोन-2 की पुलिस उपायुक्त पूर्णिमा चौगुले ने कहा कि भाजपा और बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता यहां अलग-अलग मंजिलों पर मौजूद थे। यहां से कुछ पैसे और कुछ डायरियां बरामद की गई हैं। दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, और अवैध रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने के लिए तीसरी एफआईआर भी दर्ज की जा रही है। इस मामले में नालासोपारा विधानसभा चुनाव अधिकारी शेखर घाडगे ने कहा कि हमें शिकायत मिली थी कि यहां एक राजनीतिक पार्टी की बैठक चल रही है। जब हमारी टीम यहां पहुंची तो देखा कि बैठक चल रही थी। यहां से कुछ नकदी जब्त की गई है। पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं। 

महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी किरण कुलकर्णी ने कहा, "नालासोपारा में सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। आचार संहिता का पालन करने के लिए गठित चुनाव मशीनरी का उड़न दस्ता भी मौके पर पहुंचा। उड़न दस्ते ने परिसर का जायजा लिया और कुछ जब्ती भी की। संबंधित अधिनियमों के तहत एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। सब कुछ नियंत्रण में है। जो कोई भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कानून और नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं रुपए बांटने के आरोप लगने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी। मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज की जाती है तो क्या करना है...मैं उन्हें इसके बारे में बताने गया था। पार्टी (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए, उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिलनी चाहिए। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं, पूरी पार्टी मुझे जानती है...फिर भी, मेरा मानना ​​है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।"

महाराष्ट्र: शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "विरार के होटल में छापेमारी में पाया गया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े नकदी बांटते हुए पाए गए। वीडियो में नकदी के ढेर दिखाई दे रहे हैं, जो संभवतः 5 करोड़ रुपये के बराबर है। एक डायरी भी मिली है, जिसमें पैसे पाने वालों के नाम दर्ज हैं। चुनाव से 24 घंटे से भी कम समय रह गया है। 48 घंटे मौन अवधि है। विनोद तावड़े का विरार के होटल में नकदी के साथ होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि उन्हें लगता है कि वे पैसे बांटकर चुनाव जीत जाएंगे। हम पहले दिन से ही यह कहते आ रहे हैं कि चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि यह एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो। गुजरात और दिल्ली से आने वाले ट्रक भर पैसे बिना जांचे ही चले गए... छापेमारी चुनाव आयोग द्वारा नहीं बल्कि उस निर्वाचन क्षेत्र के लोगों द्वारा की गई है... और प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार द्वारा... सरकार, भारतीय जनता पार्टी केवल पैसे के बल पर जीती है। यदि चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव रखना चाहता है, तो उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि भाजपा भी इस तरह के खुलेआम पैसे बांटने की कीमत चुकाए।