दुर्ग। पुलगांव के एक बुजुर्ग किसान से चार साल पहले दो व्यक्तियों ने जमीन का सौदा किया। उन्होंने साढ़े तीन लाख रुपए बुजुर्ग से यह कहकर लिये कि इसे बैंक में डलवाएंगे और दोगुना होने पर वापस करेंगे। बुजुर्ग का कहना है कि अब पैसे के लिए वो चक्कर लगवा रहे हैं। पूरी जमापूंजी इसी जमीन में थी। संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई का आवेदन पुलगांव के बुजुर्ग ने जनदर्शन में रखा। जनदर्शन में बीड़ी कालोनी के निवासियों ने भी शासकीय पट्टे की माँग की। उन्होंने कहा कि शासकीय पट्टा यदि मिल जाता है तो उनकी कालोनी के विकास के लिए रास्ता खुल जाएगा खुर्सीपार के एक युवक ने अपनी पारिवारिक समस्या रखी। युवक ने बताया कि उसके पैरालिसिस का शिकार हो जाने के बाद उसकी पत्नी ने साथ छोड़ दिया और बैंक तथा इंश्योरेंस के कागज भी लेकर चली गई। अब तलाक की माँग कर रही है। उसने कहा कि पत्नी से बैंक तथा इंश्योरेंस के कागज मिल जाते हैं तो वो तलाक देने तैयार है। हाउसिंग बोर्ड कालोनी बघेरा के निवासियों ने वार्ड में अवैध तरीके से रह रहे असमाजिक तत्वों के विरुद्ध आवेदन दिये। उन्होंने कहा कि इन असमाजिक तत्वों के कारण वार्ड निवासियों की शांति भंग हो गई है और हमेशा अप्रिय माहौल रहता है। सिरसाकला के लोग भी कलेक्टर से मिले। उन्होंने कहा कि सिरसाकला की आबादी के अनुरूप आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या कम पड़ जाती है। यहां अतिरिक्त आंगनबाड़ी स्वीकृत किया जाता है तो लोगों को काफी सुविधा होगी। हथखोज से कुछ मितानिन भी जनदर्शन में पहुँची। उन्होंने कहा कि मितानिन प्रोत्साहन राशि में एक महीने का विलंब हो गया है। चरौदा की एक महिला ने विधवा पेंशन की माँग रखी। उसने कहा कि उसके पास न तो मोबाइल है और न ही राशन कार्ड, जिसकी वजह से उसके विधवा पेंशन में दिक्कत आ रही है।
*खुर्सीपार के दृष्टिबाधित युवा को मिलेगा लैपटाप
खुर्सीपार के एक दृष्टिबाधित युवा भी जनदर्शन में पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रहे हैं और सीसीई पूरा कर लिया है। यदि लैपटाप मिल जाता तो पढ़ाई आगे जारी रखने में काफी सुविधा होती। इस पर कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें प्रशासन द्वारा हर संभव सुविधा दी जाएगी।
*पिछले जनदर्शन में पेंशन नहीं आने का आवेदन दिया था, प्रकरण हुआ निराकृत-* पिछले जनदर्शन में ग्राम कुरुद की एक महिला के वृद्धावस्था पेंशन का मामला सामने आया था। भिलाई निगम में उनके प्रकरण की जाँच की गई। जांच में पाया गया कि आधार कार्ड को एनएसएपी पोर्टल से लिंक नहीं कराया गया है। इसके पश्चात तुरंत लिंक कराया गया और पैसे महिला के खाते में चले गये।