छत्तीसगढ़ियां ओलंपिक का पतीला लगाने में लगे हुए हैं भिलाई निगम जोन 2 के अधिकारी-कर्मचारी, अवस्थाओं के बीच शुरू नहीं हो पाया खेल
जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारी-कर्मचारियों में उत्साह की कमी मुख्य वजह
वार्डों में प्रचार प्रसार की कमी के कारण पंजीयन कराने वाले बच्चों की संख्या में भारी कमी
भिलाई। एक ओर जहां तीज त्यौहार, लोक संस्कृति, लोक कला को बढ़ावा देने के बाद 6 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को भी वैश्विक पहचान दिलाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गई है। वहीं दूसरी ओर कई अधिकारी इसमें पतीला लगाने में लगे हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला नगर निगम भिलाई के जोन 2 वैशाली नगर से प्रकाश में आया है। जहां प्रदेश में 6 अक्टूबर को सभी जिलों में खेल प्रतियोगिताएं प्रारंभ कर दी गई तो वही वैशाली नगर जोन में सिर्फ 2 खेलों का ही आयोजन किया गया वो भी फोटो खींचकर लोगों को दिखाने के लिए। जोन 2 अंतर्गत वार्ड क्रमांक 14 से 29 कुल 13 वार्ड आते हैं। इन 13 वार्डों के 2-4 पार्षदों को छोड़ किसी अन्य में खेल के प्रति रूचि नहीं देखी गई। ना ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के लिए कोई पार्षद प्रचार प्रसार करते नजर आए। वही नगर निगम जोन 2 कार्यालय के कुछ अधिकारियों को छोड़ फोटो खींचवाने के बाद सभी नदारद नजर आए। जबकि 6 अक्टूबर से सभी खेलों के स्पर्धाए शुरू हो जानी थी।
पंजीयन करने आए बच्चे भी असमंजस में
6 अक्टूबर को पंजीयन कराने आए बच्चे भी परेशान नजर आए। कुछ बच्चों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पंजीयन तो कर लिया गया है लेकिन कौन सा खेल कब और कितने बजे होगा यह जानकारी उन्हें नहीं दी गई। इससे बच्चे असमंजस में है। खिलाड़ियों की पंजीयन कराने बैठे अधिकारियों ने भी इससे पल्ला झाड़ दिया। रजिस्ट्रेशन करने वालों को भी यह नहीं पता की कौन सा खेल कब होगा और बच्चों को कैसे सूचित किया जाएगा। मौके पर उपस्थित कुछ अधिकारियों ने बताया कि सभी जानकारी जोन 2 आयुक्त को है, हमें नहीं पता।
रजिस्ट्रेशन कराने में वार्ड 19 के बच्चे सबसे आगे
क्राइम डॉन की टीम जब शांति नगर दशहरा मैदान पहुंचा तो वहां का नजारा ही कुछ और था। शाम के 5 बजे तक चुने का मार्किंग होता रहा। जबकि 6 अक्टूबर से सभी खेलों को प्रारंभ किया जाना था। खेल प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए वार्ड 19 के बच्चे सबसे आगे रहे वही दूसरे गिने चुने वार्डो से भी कुछ लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाएं हैं। बताया जाता है कि कई वार्डों के पार्षदों में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के प्रति उत्साह की कमी है। यही कारण है कि उनके द्वारा वार्डों में जिस तरीके से प्रचार प्रसार किया जाना था वह नहीं हो पाया। जानकारी के अभाव में बच्चे पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं, वही कुछ बच्चे इधर उधर भटक रहे हैं।
10 अक्टूबर तक 14 खेलों के लिए किया जाएगा पंजीयन
प्रतियोगिता के लिए तीन केटेगरी तय की गई है। इसमें 18 वर्ष के नीचे, 18 से 40 वर्ष तथा 40 वर्ष से अधिक उम्र शामिल हैं। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 10 अक्टूबर तक पंजीयन किया जाएगा। इस प्रतियोगिता में 14 खेलो को शामिल किया गया है जिसमें बिल्लस, फुगड़ी भंवरा, रस्साकशी, 100 मीटर दौड़, गेड़ी दौड़, लंबी कूद, पिटठुल, संखली, लंगडी दौड़, बाटी कंचा, कबड्डी, खो-खो और गिल्ली डंडा शामिल है।
अव्यवस्थाओं के बीच कर्मचारी कर रहे पंजीयन
खेल प्रतियोगिता के लिए सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पंजीयन करने वाले श्रीमती शीला चेलक, श्रीमती कालेश्वरी, श्रीमती सोनामणी चौधरी, श्रीमती सुनीता वैद्य, मिथलेश कुमार का कहना है कि अव्यवस्थाओं व परेशानी के बीच उन्हें कार्य करना पड़ रहा है। किसी भी प्रकार की कोई सुविधा उन्हें उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि न तो पीने का पानी है और न ही पंखा। उमस भरी गर्मी में बिना पंखे के उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हवा के लिए लगे हैं पेड़-जोन आयुक्त
जब नगर निगम भिलाई जोन 2 के आयुक्त पूजा पिल्ले से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि जोन 2 अंतर्गत आने वाले सभी वार्डों के पार्षदों को अपने अपने वार्ड में प्रचार प्रसार के लिए कहा गया है ताकि बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हो सके। जब उनसे पूछा गया कि जोन 2 में आज से खेल कैसे प्रारंभ नहीं हुआ तो उन्होंने बताया कि स्कूलों के बंद होने के कारण बच्चों के रजिस्ट्रेशन में कमी है। जोन आयुक्त पूजा पिल्ले को जब कर्मचारियों के परेशानियों से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए सभी सुविधायें उपलब्ध है। रही हवे की बात तो उसके लिए पेड़ लगे हुए हैं। वही खेल प्रतियोगिता में पंजीयन कराने वाले लोगों को कैसे सूचित किया जाएगा तथा जोन 2 अंतर्गत प्रचार प्रसार की कमी का कोई जवाब जोन आयुक्त सही ढंग से नहीं दे पाए।