आंकड़ें छुपाने से नहीं रूकेगा डेंगू, रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर कार्य करना जरूरी-प्रेमप्रकाश पाण्डेय
जिला और निगम प्रशासन इसके रोकथाम के लिए गंभीर नहीं दिख रहा
भिलाई। प्रदेश के पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय आज फेसबुक लाइव कार्यक्रम "बात भिलाई की" के माध्यम से भिलाईवासियों से रूबरू हुए। उन्होंने भिलाई में डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर दुख जताते हुए कहा कि जिला और निगम प्रशासन इसके रोकथाम के लिए गंभीर नहीं दिख रहा है। जिसके चलते सेक्टर -1 में एक महिला की मृत्यु हो गई, और प्रशासन इस मामले को चिन्हित तक नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों में केवल 141 डेंगू के मरीजों की ही पुष्टि की गई है जबकि ये आंकड़ा इससे कहीं अधिक हो सकता है। श्री पाण्डेय ने डेंगू की रोकथाम के लिए हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में युद्धस्तर पर कार्य करने तथा डेंगू के मामले चिन्हित करने के लिए अस्पतालों में मुफ्त इलाज की मांग की।
श्री पाण्डेय ने कहा कि भिलाई में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों को कोई सुध नहीं है। बीते दिन सेक्टर -1 में एक महिला की डेंगू से मृत्यु हो गई और उससे दुखद ये है कि 10 दिनों से कोई भी जिम्मेदार उन्हें देखने नहीं गया। सेक्टर -1 सड़क 21 में औऱ भी ऐसे डेंगू के मरीज है जिनकी कोई पूछ परख नहीं है। हालात ये हैं कि सड़क में पानी जमा होने वाली जगह को लोगों को स्वयं पाटना पड़ रहा है। श्री पाण्डेय ने कहा कि प्रशासन द्वारा आंकड़ें छुपाये जा रहे हैं, वास्तविक आंकड़ें इससे कहीं ज्यादा है। भिलाई सहित जिले के कई इलाके इससे बुरी तरह प्रभावित हैं। यदि जल्द ही इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य नहीं हुआ तो ये विकराल रूप धारण कर लेगा।
श्री पाण्डेय ने मुख्यमंत्री सहित गृहमंत्री, विधायक-महापौर और जिला प्रशासन से इस मामले को लेकर गंभीरता दिखाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डेंगू की जांच निशुल्क की जाये ताकि ज्यादा से ज्यादा रोक जांच करा सके और पीड़ित चिन्हित हो सकें। श्री पाण्डेय ने कहा कि भिलाई की स्थिति इतनी बदतर होती जा रही है लेकिन विधायक 5 सालों में शहर की अपने द्वारा की गई दुर्गति देखने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं, महापौर को इससे मतलब ही नहीं लगता है। निगम प्रशासन को इससे एक कदम आगे निकल रहा है, रोकथाम के लिए कार्य करने की बजाय लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए हाई रिस्क वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां गली- मोहल्लों में जांच की जानी जरूरी है। आंकड़ें छुपा लेने से डेंगू खत्म नहीं होगा। लोगों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और इलाज मुफ्त करायें। साथ ही उन्होंने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों में या आसपास पानी का जमाव न होने दें।