दुर्ग के पदमनाभपुर में दुग्ध वितरण केंद्र का शुभारंभ
दुर्ग। शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्र अंजोरा द्वारा साहिवाल नस्ल की गाय के दूध का विक्रय केंद्र पदमनाभपुर स्थित शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र में दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.(कर्नल) एन.पी. दक्षिणकर, पशुधन विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अतिरिक्त संचालक डॉ.के.के. ध्रुव, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.आर.के.सोनवाने, पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस.के. तिवारी, पशुधन विकास विभाग दुर्ग के उप संचालक डॉ.राजीव देवरस, डॉ. एस.के. यादव प्रभारी अधिकारी कुक्कुट पालन केंद्र दुर्ग, पशु प्रजनन प्रक्षेत्र अंजोरा के उपसंचालक डॉ. बी.पी.राठिया एवं पशुचिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ.ए.के.नायर, डॉ.(श्रीमती) बिंदेश्वरी सिरमौर, डॉ.पूजा जोल्हे एवं अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों की गरिमामय उपस्थिति में दुग्ध वितरण केंद्र का शुभारंभ किया गया। अतिरिक्त संचालक डॉ.के.के. ध्रुव ने बताया कि इस दुग्ध विक्रय केंद्र का मुख्य उद्देश्य देसी गाय (साहिवाल) का शुद्ध दूध आम जनता तक सुगमता से पहुंचाना है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सुविधा से लाभान्वित हो सके। उपसंचालक डॉ.बी.पी. राठिया ने दूध के विषय में बताया कि भारतीय गायों से प्राप्त दूध में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, दूध के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, देसी गाय का दूध स्वादिष्ट एवं सुपाच्य होता है। दूध वितरण का समय प्रातः 7ः00 बजे से 8ः00 बजे तक एवं संध्या में 6ः00 बजे से 7ः00 बजे तक होगा तथा दुग्ध प्राप्ति हेतु कूपन अनिवार्य होगा प्रत्येक शनिवार को कूपन का वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ.पूजा जोल्हे एवं श्री मोहित कामले(ए.व्ही.एफ.ओ.) तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ.ए.के. नायर द्वारा किया गया।
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