एक युद्ध नशे के विरूद्ध संलल्प जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन

एक युद्ध नशे के विरूद्ध संलल्प जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन

दुर्ग। दुर्ग पुलिस द्वारा नशे के कारण होने वाले अपराध एवं सामाजिक बुराई को रोकने के लिए गुरुवार को नगर निगम दुर्ग के सभागार में एक युद्ध नशे के विरूद्ध संलल्प जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में जितेन्द्र शुक्ला पुलिस अधीक्षक दुर्ग, अरविंद एक्का अतिरिक्त दण्डाधिकारी दुर्ग, लोकेश चंद्राकर आयुक्त नगर पालिका दुर्ग, अरविंद मिरी एसडीएम दुर्ग, सुखनंदन राठौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिलाई, अभिषेक झा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग चिराग जैन भापुसे. नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग, श्रीमती पद्मश्री तवर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू, अमित सिंह समाज कल्याण विभाग, अजय शर्मा, महिला बाल विकास विभाग, अजय देशमुख कल्याणी नशा मुक्ति केन्द्र सुपेला एवं पुलिस विभाग अन्य अधिकारीगण तथा ट्रांसपोर्टर के पदाधिकारी व चालक परिचालक एवं समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 सुखनंदन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिलाई ने  बताया गया कि दुर्ग पुलिस द्वारा एक युद्ध नशे के विरूद्ध संकल्प जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है जो कि नशे के कारण होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं नशे के कारण हमे क्या नुकसान होता है। इस पर नियंत्रण रखने हेतु और दुर्ग जिले को नशा मुक्त करने हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा पूर्व के अपने अनुभव का भी कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से साझा किया गया पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला ने कहा कि दुर्ग पुलिस द्वारा नशे के विरूद्ध चलाये जा रहे इस संकल्प जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा जिसमें प्रशासन, समाज एवं समाजिक संस्थाआंे को अपनी अपनी भागीदारी निभानी होगी तभी हम दुर्ग जिले को नशे से मुक्त जिला बना सकते है।

हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने आने वाली पीढी को एक अच्छे समाज का निर्माण करके दे ताकि भविष्य में वें इस समाजिक बुराईयों से दूर रहे।  पुलिस अधीक्षक द्वारा कहा गया कि आप जब भी कहो मै हमेशा आपके साथ 24 घंटे उपस्थित रहूगंा और समाज में जो नशे का व्यापार कर रहे है उसकी सूचना हमें दे ताकि हम उन तक पहुंचकर कार्यवाही कर सके और उनको भी इस समाजिक बुराई से बाहर ला सकें।  अरविंद एक्का, अतिरिक्त दण्डाधिकारी द्वारा में कहा गया कि नशा एक समाजिक बुराई जिसे दूर करने जिला प्रशासन विभाग द्वारा अलग अलग जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से नशे से दूर रहने अपील किया जा रहा है ताकि एक स्वस्थ्य एवं खुशनुमा समाज का निर्माण किया जा सकें।

 लोकेश चंद्राकर, आयुक्त नगर निगम दुर्ग ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा किये जा रहे इस नेक अभियान में नगर निगम दुर्ग भी इस जागरूकता अभियान को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा ताकि नशे के कारण होने वाले अपराध पर अंकुश लगाया जा सके और लोगो को नशे के दुष्प्रभाव से अवगत कराया जा सकें। हरिवंश मिरी, एसडीएम दुर्ग द्वारा छत्तीसगढी भाषा मे अपने विचार को प्रकट करते हुए दुर्ग पुलिस द्वारा चलाये जा रहे इस अभियान कि भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा गया कि आज कि युवा वर्ग नशे के गिरफ्त में है जिसे हम एवं आपके सहयोग से ही इस बुराई को दूर करना है।

 अमित सिंह, समाज कल्याण विभाग द्वारा कहा गया कि इस युद्ध में सहयोग करने के साथ-साथ समाजिक बुराई को मुक्त करने के लिए एवं नशे के कारण हो रहे बढते अपराध को रोकने पुलिस के साथ साथ आमजन की भी विशेष भूमिका रहती है आप अपने आस पास नशाखोरी को रोकोगें तो निश्चित ही अपराध पर अकुंश लगाया जा सकता है नशा एक समाजिक बुराई है जो समाज के हर वर्ग को प्रभावित करती है।

 अजय शर्मा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बताया गया कि नशे के कारण आज के समय में महिला के साथ साथ बच्चे भी इस दुष्प्रभाव से पीडित है जिससे लोगो की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है इस कारण परिवार में विवाद की स्थिति होती है हमारा विभाग इस समाजिक बुराई को दूर करने में लगातार कार्य कर रही है शहर के साथ साथ गांवो में भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जो अब आगे दुर्ग पुलिस के साथ मिलकर इस दुष्प्रभाव को दूर करने में हर संभव प्रयास करेगी। 

  कल्याणी नशा मुक्ति केन्द्र संस्था से उपस्थित मनीष कल्याणी के द्वारा बताया गया कि हमारे संस्था में 90 प्रतिशत नशे से गिरफ्त लोगो को उनके परिवार के द्वारा लाया जाता है शेष 10 प्रतिशत लोग स्वयं से चलकर इस नशे की गिरफ्त से बाहर निकलने हमारे पास आते है हम उन्हें मेडिसिन के साथ साथ मनोवैज्ञानिक तरीके से उनका ईलाज का कार्य करते है और उन्हें भविष्य में एक खुशहाल जिन्दगी जीने का मकसद बताते हुए खुशी खुशी हमारी संस्था से परिवार में वापस जाते है। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथियों द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी आमजन को नशा न करने और इसके दुष्प्रभाव को अपने परिवार मित्रों को बताते हुए नशा करने वाले को नशा न करने की समझाईस देने की शपथ दिलाया गया।