दिल्ली में मौत के बाद छत्तीसगढ़ में भी कार्रवाई शुरू, 7 कोचिंग सेंटर को नोटिस जारी
बिलासपुर। दिल्ली के कोचिंग सेंटर में तीन प्रतियोगी छात्रों की मौत के बाद जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। कलेक्टर अवनीश शरण ने जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों में किसी भी प्रकार की घटना की प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए हैं। बिलासपुर SDM की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है।
अधिकारियों ने मंगला क्षेत्र स्थित कोचिंग संस्थानों की जांच की। इसके बाद कल्पवृक्ष और भारतीय कृषि कॉम्पिटिटिव इंस्टीट्यूट की जांच की गई, जहां कई खामियां मिलीं। टीम ने राजेंद्र नगर और दयालबंद क्षेत्र में स्थित पटेल ट्यूटोरियल्स, सहस्रतार्थ कोचिंग सेंटर, हरिण राजपूत ट्यूटोरियल्स और सिद्धी लाइब्रेरी की भी जांच की। सभी जगहों पर मापदंडों के अनुरूप व्यवस्था नहीं पाई गई, जिस पर तुरंत ही सात कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी कर दिया गया। इन कोचिंग सेंटरों को तीन दिनों के भीतर मापदंडों के अनुरूप व्यवस्था सुधारने की चेतावनी दी गई है, अन्यथा उन्हें सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को अधिकारियों की इस टीम ने शहर के कोचिंग संस्थानों में ताबड़तोड़ छापेमारी कार्रवाई की। टीम ने एक लाइब्रेरी समेत कुल 9 सेंटर्स की जांच की। जांच में कहीं भी मापदंडों के अनुरूप व्यवस्था नहीं पाई गई। प्रशासन ने 7 कोचिंग संस्थानों को नोटिस जारी किया है और उन्हें तीन दिनों के भीतर व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। जांच टीम में एसडीएम पीयूष तिवारी, प्रशिक्षु आईएएस सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप, नगर निगम अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, नगर सेना कमांडेट दीपांकर नाथ और अपर संचालक डॉ. प्रवीण पांडेय शामिल थे।