जिला सहकारी बैंक में लिपिक ने की बड़ी गड़बड़ी,100 किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर 80 लाख रु. का गबन
बैंक के सीईओं के निर्देश पर खाना प्रबंधन ने पुलिस में की शिकायत
(शिकायतकर्ता किसान)
शाखा प्रबंधकों, कर्मचारियों की आईडी का किया गया दुरुपयोग
बिलासपुर। बिलासपुर के जिला सहकारी बैंक से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। इसमें बैंक के लिपिक सह कम्प्युटर ऑपरेटर खुशबू शर्मा पर करीब 100 किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर 80 लाख रुपए गबन करने की शिकायत थाने में की गई है। बताया जाता है कि लिपिक खुशबू शर्मा ने किसानों द्वारा बैंक में जमा करने के लिए रुपए बैंक में जमा नहीं की गई।
मिली जानकारी के अनुसार बैंक के सीईओ के निर्देश पर प्रभारी शाखा प्रबंधक हितेश सलूजा ने सिटी कोतवाली में अपाराध करने आवेदन दिया है। इस मामले में 8 दिसंबर की शाम धूमा, सिलपहरी, बोहारडीह के 4 किसानों का कोतवाली में बुलाकर बयान लिया गया। जगमल चौक स्थित जिला सहकारी बैंक की तोरवा शाखा में तिफरा की खुशबू शर्मा 2012 से लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें 2014 में कैशियर की जिम्मेदारी भी दी गई। वह बैंक में राशि जमा करने वाले किसानों के खाते में जमा राशि मैनुअल लिख देती थी, लेकिन उस राशि को जमा नहीं करती थी। बीते 7 साल तक यह सारा खेल कच्ची पर्ची के जरिए चलता रहा।
जानकारी के अनुसार शाखा प्रबंधक हितेश सलूजा ने 2 नवंबर को एक किसान के वाउचर पर हस्ताक्षर करते समय एक ही किसान के जमा नामे के वाउचर में देखा तो संदेह हुआ। खुशबू ने खुद के दस्तखत से पैसे जमा कर किसान को भुगतान किया था। गड़बड़ी की आशंका पर शाखा प्रबंधक सलूजा ने जांच का दायरा बढ़ाया। 3 नवंबर 2022 को उन्होंने बैंकिंग कार्य बंद कर वाउचर व रिपोर्ट चेक किया तो 2016 से अनेक किसानों की राशि की गड़बड़ी का खुलासा हुआ। उन्होंने खुशबू शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने बैंक की सभी पासिंग आईडी का दुरुपयोग करते हुए किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर 80 लाख रुपए का गबन स्वीकार किया।
खुशबू शर्मा ने बीते 18 नवंबर को प्रभारी शाखा प्रबंधक को लिखित बयान दिया है। इसके अनुसार 2016 से सभी शाखा प्रबंधकों की आईडी चंद्रकुमार तिवारी 2016-17, सुशील वर्ष 2017-2018, देवदत्त साहू वर्ष 2018-2019, उमेश शुक्ला 2019-20 से आज तक सभी शाखा प्रबंधकों, कर्मचारियों की आईडी का दुरुपयोग किया गया। खुशबू सबसे पहले बैंक पहुंच जाती थी और पासिंग आईडी का उपयोग कर गड़बडिय़ों को अंजाम देती थी। सभी खाताधारकों की पासबुक में मैनुअल तरीके से राशि अंकित करती थी। फिर दैनिक वाउचर के साथ खुद के फर्जी तरीके से बनाए गए वाउचरों में प्रबंधक से हस्ताक्षर ले लेती थी।
सिटी कोतवाली थाने में गुरुवार को चार किसानों का बयान हुआ। इन चारों के खाते से ही करीब 26 लाख रुपए गायब हैं। इनमें ग्राम धुमा के किसान भाईराम पटेल 52 वर्ष ने बताया कि उसके खाते से 9 लाख रुपए गायब हैं। इसी प्रकार सिलपहरी के पुनुराम पटेल के खाते से 8.57 लाख, सिलपहरी के ही पन्नालाल गड़रिया के खाते से 8 लाख रुपए और बोहारडीह के प्यारेलाल कैवर्त के खाते से 1.18 लाख रुपए गायब हैं। वहीं सिटी कोतवाली थाना प्रभारी प्रदीप आर्य के अनुसार जिला सहकारी बैंक के तोरवा शाखा के प्रबंधक द्वारा गड़बड़ी की शिकायत मिली है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।