रिसाली के 32 हजार घरों में बाटा जाएगा टेमीफॉस
गंदगी फैलाने वाले खटालों को नोटिस जारी होगी नोटिस
रिसाली (असं)। बारिश को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग प्रभारी गोविन्द चतुर्वेदी ने सुपरवाइजरों की बैठक ली। इस दौरान मच्छर से होने वाली जानलेवा डेंगू की रोकथाम करने निर्देश दिए। रिसाली निगम क्षेत्र के 32 हजार घरों में बीमारी की रोकथाम के लिए जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा टेमीफॉस का वितरण किया जाएगा।
महापौर परिषद के सद्स्य गोविन्द चतुर्वेदी ने शुरूआत में सुपरवाइजरों से निचली बस्ती का जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पूरे क्षेत्र में बरसाती पानी निकासी का साधन बनाए। अगर किसी वजह से पानी ठहरता है तो तत्काल जला आइल का छिड़काव करे। सर्द-गर्म वाले इस मौसम में लार्वा के पनपने से पहले घरों तक टेमीफॉस पहुंचाने की जिम्मेदारी सुपरवाइजरों को दी। बैठक में जलकार्य व सामान्य प्रशासन विभाग के प्रभारी चन्द्रभान सिंह ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित थे।
खटालों पर नजर
एमआईसी सद्स्य ने सुपरवाइजरों को निर्देश दिए कि शहर में सचंालित खटालों पर नजर रखे। खटाल से निकलने वाला गोबर अगर सीधा नाली में जाता है तो नोटिस जारी करे। व्यवस्था नहीं सुधारने पर जुर्माना वसूल किया जाए। बैठक में घर का सिवरेज सिस्टम अगर सीधे नाली में गिराए जाने पर कार्यवाही करने कहा है।
रिसाली निगम क्षेत्र में कई ऐसे रिहायशी क्षेत्र है जहां नाली तो बनी है, लेकिन नाली का अंतिम छोर खाली प्लाट में समाप्त हो जाता है। जिससे गंदगी व बारिश में महामारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है। बैठक में इस आशय की जानकारी मिलते ही विभाग प्रभारी ने बिना देरी किए प्रस्ताव तैयार कर लोक निर्माण विभाग को भेजने निर्देश दिए।
तीन सिफ्ट में रहेंगे कर्मचारी
बारिश को देखते हुए जनस्वास्थ्य विभाग ने 3 सिफ्ट के लिए 3 दल का गठन किया है। प्रत्येक टीम में 7 सद्स्य होंगे। जो जल भराव की स्थिति से निपटने में मद्द करेंगे। टीम के पास छतरी से लेकर टार्च, रस्सा व अन्य संसाधन होगा। सूचना मिलते ही टीम को गंतव्य के लिए रवाना किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग प्रभारी ने लगातार बारिश होने से पहले डूबान क्षेत्र का चिन्हित कर पानी निकासी के लिए कच्ची नाली निर्माण व उसकी सफाई करने के निर्देश दिए है।
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