कार में लगी आग से एक ही परिवार के 5 लोग जिंदा जले, अपनी मां से लिपटा हुआ था दो साल का मासूम जैनुल

कार में लगी आग से एक ही परिवार के 5 लोग जिंदा जले, अपनी मां से लिपटा हुआ था दो साल का मासूम जैनुल

बुलंदशहर। जहांगीराबाद क्षेत्र में तेज रफ्तार अनियंत्रित कार में पुलिया से टकराकर पलटने से उसमें आग लग गई। आग लगने से एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जल गए। हादसे में सिर्फ एक किशोरी जीवित बची है, जिसे स्थानीय लोगों ने कार से निकाल अस्पताल पहुंचाया।

जानकारी के अनुसार कार सवार 6 लोग बदायूं के सहसवान से दिल्ली जा रहे थे। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि चालक को झपकी आने से हादसा हुआ। बदायूं के चमरपुरा गांव निवासी तनवीर अहमद सपरिवार दिल्ली के मालवीय नगर में रहते हैं। चचेरे भाई के निकाह में शामिल होने तनवीर के बेटे तंजील अहमद (26 साल), पुत्रवधू निदा (21 साल), पुत्री मोमिना (24 साल), दामाद जुबैर (27 साल), दोहिता जैनुल (2 साल) व पुत्री गुलनाज (16 साल) चमरपुरा आए थे। गुलनाज को छोड़ इस हादसे में सभी की मौत हो गई है। निकाह के बाद बुधवार सुबह सभी कार से दिल्ली लौट रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार तेज रफ्तार में थी। 5:30 बजे के करीब चांदौक चौराहे के पास कार पुलिया से टकराई और पलट गई। उसमें आग लग गई। मात्र दो से तीन मिनट के भीतर आग ने विकराल रूप ले लिया था।

किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। कार के अंदर से लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। शव पूरी तरह से जल चुके थे। मासूम जैनुल अपनी मां से लिपटा हुआ था। जिला अस्पताल में भर्ती गुलनाज ने बताया कि कार में सभी लोग सो रहे थे। भाई तंजील कार को चला रहे थे और आगे दूसरी सीट पर उनके जीजा जुबैर बैठे हुए थे। पीछे वाली सीट पर वह अपनी बहन मोमिना, भाभी निदा और भांजे जैनुल के साथ बैठी थीं। जैनुल भाभी की गोद में सो रहा था। आगे बैठे जुबैर को भी झपकी आ रही थी। जैसे ही कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गिरी तो नींद खुल गई। जब तक कुछ समझ पातीं, तब तक कार में आग लग चुकी थी। सभी की चीखें निकल गई थीं। तभी कुछ लोगों ने साइड वाली खिड़की खोल कर उन्हें बाहर निकाल लिया। इसके बाद वह कार जलते देख बेहोश हो गई थीं। दमकल की गाड़ी भी जल्द पहुंच गई थी लेकिन जब तक वह आग बुझा पाते, तब तक कार में लोगों की सांसें थम चुकी थीं।