महिला डॉक्टर सुसाइड केस: निलंबित पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदने गिरफ्तार

महिला डॉक्टर सुसाइड केस: निलंबित पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदने गिरफ्तार

पुणे। महाराष्ट्र के सातारा में महिला डॉक्टर सुसाइड केस में बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी और निलंबित पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदने को गिरफ्तार कर लिया है। सतारा जिला पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी ने बताया कि बदने ने फलटण ग्रामीण पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया।

यह इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले पुलिस ने सह आरोपी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बनकर को गिरफ्तार किया था। उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। सुसाइड नोट में डॉक्टर ने लिखा है कि एक फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने से इनकार करने से एक सांसद ने भी उन्हें धमकाया था। सुसाइड नोट के मुताबिक, एक सांसद के दो निजी सहायकों ने अस्पताल आकर उनसे फोन पर सांसद से बात कराई थी। इस दौरान सांसद ने उन्हें परोक्ष रूप से धमकी दी थी। हालांकि, सांसद और उनके पीए का नाम सामने नहीं आया है। लेकिन माना जा रहा है कि महिला डॉक्टर ने भाजपा के पूर्व सांसद रणजीत नाईक निंबालकर का जिक्र किया है।

गौरतलब है कि सातारा जिले में गुरुवार रात 28 वर्षीय महिला डॉक्टर का शव एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला था। मृतका बीड जिले की रहने वाली थी और फलटण के एक सरकारी अस्पताल में पदस्थ थी। मरने से पहले डॉक्टर ने अपनी हथेली पर सुसाइड नोट लिखा था। उसमें उसने आरोप लगाया था कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया, जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बनकर ने उसे मानसिक रूप से परेशान किया। पुलिस अब दोनों आरोपियों से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच आगे बढ़ा रही है।