दुर्ग के होटल में युवती से दरिंदगी के बाद हत्या, रायपुर में लाश ठिकाने लगाई, 3 आरोपी गिरफ्तार

रायपुर। दुर्ग में युवती की हत्या कर शव को रायपुर में ठिकाने लगाने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना 22 नवंबर 2025 की है, जब न्यू राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र के अमलीडीह सोलस हाईट्स कॉलोनी के पीछे एक खाली प्लॉट में युवती का शव मिला था।

सूचना मिलते ही न्यू राजेन्द्र नगर थाना पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान मृतिका की पहचान काशीराम नगर, तेलीबांधा निवासी युवती के रूप में हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से दम घुटने को मौत का कारण बताया गया, जिसके बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और परिजनों व स्थानीय लोगों से पूछताछ की। तकनीकी विश्लेषण और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला कि मृतिका को आखिरी बार देवार बस्ती, तेलीबांधा निवासी शातिर चोर हरीश पटेल के साथ देखा गया था।
जांच में सामने आया कि आरोपी लगातार लोकेशन बदलकर फरार थे। पुलिस टीम ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में दबिश दी। अंततः आरोपी हरीश पटेल को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृतिका उसकी महिला मित्र थी। 19 नवंबर को वह युवती को रायपुर से दुर्ग मिलने बुलाकर एक होटल ले गया, जहां दो कमरे बुक किए गए थे। 20 नवंबर को आरोपी और उसके साथी ने युवती पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। विरोध करने पर हुए विवाद में दोनों ने गमछे से गला और मुंह दबाकर युवती की हत्या कर दी।हत्या के बाद शव को मोटरसाइकिल में बीच में बैठाकर दुर्ग से रायपुर लाया गया और अमलीडीह क्षेत्र में फेंक दिया गया।
जांच के दौरान आरोपी से चोरी की कई घटनाओं का भी खुलासा हुआ। हरीश पटेल ने अपने साथियों अरविंद नेताम और उषा राठौर के साथ मिलकर रायपुर के विधानसभा, डीडी नगर और मुजगहन थाना क्षेत्रों में 11 सूने मकानों में चोरी करना स्वीकार किया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब 400 ग्राम सोने के जेवर, 3 किलो चांदी, 20 हजार नकद, लगभग 60 लाख रुपये की संपत्ति, एक एक्सट्रीम मोटरसाइकिल और 4 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी हरीश पटेल पूर्व में भी चोरी के मामलों में जेल जा चुका है। मामले में आगे की जांच जारी है।

