11.26 लाख रुपए मनरेगा EPF घोटाला, लेखापाल और ऑपरेटर के बाद अब पत्नी भी गिरफ्तार

बलरामपुर। चौकी वाड्रफनगर थाना बसंतपुर ने जनपद पंचायत में मनरेगा कर्मचारियों के EPF खाते के 11 लाख 26 हजार 254 रुपए गबन के मामले में तत्कालीन लेखापाल और डाटा एंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा था। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने अब डाटा एंट्री ऑपरेटर के पत्नी को भी गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा है। आरोपियों के खिलाफ धारा 316(4),318(3),3(5) bns के तहत कार्रवाई की गई।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 29/07/2025 को जनपद पंचायत वार्डफनगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मोहम्मद निजामुद्दीन चौकी उपस्थित आकर इस आशय का लिखित आवेदन पत्र प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया कि जून 2023 से जून 2025 तक जनपद पंचायत वाड्रफनगर में पदस्थ तत्कालीन लेखापाल वीरेंद्र कुमार यादव एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर भगवान सिंह के द्वारा मनरेगा कर्मचारियों के EPF खाते के 1126254 रुपए को भगवान सिंह की पत्नी अंजू सिंह के भारतीय स्टेट बैंक एवं फिनो बैंक स्थित खाते में बेईमानी से छल पूर्वक अंतरित कर कर्मचारियों के हक के पैसे का नुकसान कर धोखाधड़ी करता था। अंजू सिंह के उक्त दोनों खातों का संचालन उसका पति आरोपी भगवान सिंह करता था आरोपी वीरेंद्र कुमार यादव के मोबाइल पर मनरेगा कर्मचारियों के EPF की राशि जमा करने हेतु OTP आती थी जिसे वह आरोपी भगवान सिंह के सहयोग से उसकी पत्नी अंजू सिंह के खाते में मनरेगा कर्मचारियों का पैसा जमा करवाता था।
प्रार्थी की रिपोर्ट पर चौकी वाड्रफनगर में अपराध क्रमांक 144/25 धारा 316(4),318(3),3(5) bns कायम कर विवेचना में लिया गया मामला गबन का होने से वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर तत्काल टीम गठित कर आरोपियों की पता तलाश करते हुए पूर्व में आरोपी लेखापाल वीरेंद्र कुमार यादव रामानुजगंज से तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर आरोपी भगवान सिंह को छत्तीसगढ़ उत्तर प्रदेश की सीमा फुली डूमर से धर दबोचा गया। आरोपियों को चौकी वाड्रफनगर लाकर पूछताछ की गई। दोनों आरोपियों ने जुर्म करना स्वीकार किया तथा घटना में प्रयुक्त ओटीपी आने वाले मोबाइल हैंडसेट फोन एवं धोखाधड़ी का पैसा अंतरिक्ष करने वाले खाता के पास बुक को पेश करने पर उसे जप्त किया गया। आरोपियों को दिनांक 29/07/25 को गिरफ्तार कर माननीय जेएमएफसी न्यायालय वाड्रफनगर में पेश किया गया जहां से उन्हें पूर्व में ही न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था।
प्रकरण में आगे की विवेचना दौरान आरोपी भगवान सिंह की पत्नी अंजू सिंह जिसके बैंक खाते में गबन की राशि जाती थी के संबंध में जांच करने उपरांत पाया गया कि गबन की राशि का आहरण अंजू सिंह अपने बैंक के एटीएम के माध्यम से किया करती थी। महिला कर्मचारी एवं अधिकारियों की मदद से घर से तलब कर पूछताछ कर कथन लेकर घटना में प्रयुक्त बैंक का एटीएम जप्त कर दिनांक 20/08/2025 को गिरफ्तार कर जेएमएफसी न्यायालय वाड्राफनगर में पेश किया गया जहां से न्यायिक रिमांड मिलने पर केंद्रीय जेल अंबिकापुर महिला कारागार में दाखिल किया गया है। संपूर्ण कार्यवाही में चौकी प्रभारी वाड्रफनगर उप निरीक्षक धीरेंद्र तिवारी, सहायक उप निरीक्षक पुष्पराज सिंह, सहायक उप निरीक्षक कल्पना निकुंज, महिला आरक्षक प्रमिला आयाम की सक्रियता रही।