30 साल बाद पकड़े गए तमिलनाडु के दो खूंखार आतंकवादी, 20 किलो विस्फोटक बरामद
पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल थे दोनों आतंकी

तमिलनाडु। तमिलनाडु एटीएस ने अन्नामय्या जिला पुलिस विगत 30 साल से फरार चल रहे दो खूंखर आतंकवादी अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली को उनके पास से 20 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। बताया जाता है कि पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल थे। आरोपियाें के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 132, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 और 1884 के प्रावधानों, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 की धारा 13, 15 और 18, और शस्त्र अधिनियम 1959 की धारा 3, 25 (ए), और 25 (1-बी) (ए) के तहत रायचोटी शहरी पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज किए गए हैं.
जानकारी के अनुसार आरोपियों से जब्त की गई सामग्री में ईंधन तेल के साथ मिश्रित अमोनियम नाइट्रेट, स्लरी एक्सप्लोसिव (संभवतः टीएनटी या नाइट्रोग्लिसरीन युक्त), 20 किलोग्राम के सूटकेस में एक पीईटीएन-आधारित बम, दो अन्य कंटेनर जो आईईडी होने का संदेह है, पोटेशियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट, पोटेशियम परमैंगनेट, बारूद, बॉल बेयरिंग, नट और बोल्ट, क्लॉक मैकेनिज्म, प्रेशर स्विच, पुल स्विच और स्पीड कंट्रोलर शामिल हैं। वॉकी-टॉकी, रेडियो उपकरण, हैकिंग सॉफ्टवेयर, मोबाइल फोन, डिजिटल स्टोरेज डिवाइस और कोडिंग बुक जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान भी बरामद किए गए. इसके अतिरिक्त, भारतीय शहरों के नक्शे, धार्मिक साहित्य, दूरबीनें, धारदार हथियार, तथा चेक बुक और संपत्ति के दस्तावेज जैसे वित्तीय अभिलेख भी जब्त किए गए.
जानकारी के अनुसार तमिलनाडु एटीएस ने अन्नामय्या जिला पुलिस की सहायता से आतंकवादी अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली को गिरफ्तार किया है। आरोपी दो दशकों से अधिक समय से आंध्र प्रदेश के रायचोटी शहर में झूठी पहचान के साथ रह रहे थे. कुरनूल रेंज के उप महानिरीक्षक डॉ. कोया प्रवीण और अन्नामय्या जिले के पुलिस अधीक्षक वी. विद्यासागर नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करते हुए कहा कि दो आरोपियों, अबू बकर सिद्दीकी उर्फ अमानुल्लाह और मोहम्मद अली उर्फ मंसूर को 30 जून को गिरफ्तार किया गया था. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल उम्मा से जुड़े ये दोनों लोग तमिलनाडु में चेन्नई, त्रिची और कोयंबटूर की घटनाओं सहित कई बम विस्फोट मामलों के सिलसिले में 1999 से फरार थे. मिली जानकारी के अनुसार दोनों ही आरोपी रायचोटी में बस गए थे, स्थानीय स्तर पर शादी कर ली थी और फर्जी पहचान के तहत छोटे-मोटे व्यवसाय चला रहे थे. अन्नामय्या जिला पुलिस ने रायचोटी में कोठापल्ली और महबूब बाशा स्ट्रीट में तलाशी ली. घरों से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिसका इस्तेमाल इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में किया जा सकता है.
पत्नियों को भी पुलिस ने भेजा जेल
घर की तलाशी के दौरान, आरोपियों की पत्नियां, सायरा बानो (सिद्दीकी की पत्नी) और शेख शमीम (अली की पत्नी) ने शुरू में विरोध नहीं किया, लेकिन बाद में महिला पुलिस अधिकारियों पर हमला करने का प्रयास किया. दोनों को गिरफ्तार कर कडप्पा सेंट्रल जेल भेज दिया गया. पुलिस द्वारा आरोपी की गतिविधियों में उनकी संभावित संलिप्तता की जांच की जा रही है.