बांग्लादेश में सियासी उबाल: शेख हसीना विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत, मीडिया दफ्तरों पर हमला, हिन्दू युवक की हत्या के बाद उसे पेड़ पर लटकाकर लगा दी आग

ढाका। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के विरोधी नेता उस्मान हादी की गुरुवार रात मौत के बाद हालात तेजी से बिगड़ गए हैं। उनकी मौत की खबर फैलते ही देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका में देश के दो सबसे बड़े अखबारों डेली स्टार और प्रोथोम आलो के दफ्तरों में जबरन घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की। आग लगने के दौरान करीब 25 पत्रकार इमारत के अंदर फंस गए थे, जिन्हें बाद में सुरक्षित बाहर निकाला गया।

उस्मान हादी 2024 के छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल थे। उन्हें 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान सिर में गोली मारी गई थी। हालत गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहां गुरुवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया। हादी को जुलाई आंदोलन की अग्रिम पंक्ति का नेता माना जाता था और मौजूदा राजनीतिक संघर्ष में उनकी भूमिका बेहद अहम थी। उनके समर्थकों का कहना है कि यह आंदोलन को दबाने की साजिश है।

इसी बीच बांग्लादेश से एक और सनसनीखेज घटना सामने आई है। धर्म का अपमान करने के आरोप में एक समूह ने एक हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद युवक को नग्न कर पेड़ से लटकाया गया और उसके शरीर को आग लगा दी गई। पुलिस ने मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में की है। लगातार हो रही हिंसक घटनाओं ने बांग्लादेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालात को काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन तनाव बना हुआ है।

