भिलाई बंगाली समाज का 20वां स्थापना दिवस: हर माह मेडिकल कैम्प का ऐलान, समाजसेवा की नई मिसाल
मानवता की मिसाल: भिलाई में स्थापना दिवस पर लगाया गया नि:शुल्क हेल्थ कैंप
भिलाई। भिलाई बंगाली समाज ने अपने 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर समाज सेवा की मिसाल पेश करते हुए सेक्टर-7 स्थित सामाजिक भवन में नि:शुल्क मेडिकल कैम्प का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद विजय बघेल उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान समाज के संरक्षक और पूर्व अध्यक्ष मानव सेन ने बताया कि भिलाई बंगाली समाज पिछले 20 वर्षों से लगातार समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। उन्होंने इस अवसर पर एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि “अब से नि:शुल्क मेडिकल कैम्प हर माह आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें।” इस प्रकार स्थापना दिवस का यह आयोजन समाज सेवा, स्वास्थ्य जागरूकता और एकजुटता का प्रतीक बन गया।
समारोह का आयोजन सेक्टर-7 बीएसपी प्राथमिक विद्यालय परिसर में किया गया था, जहां बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने भाग लिया। नि:शुल्क जांच शिविर में बीपी, शुगर, चेस्ट और आंखों की जांच की गई, जिसमें युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों ने अपनी जांच कराई। फार्मासिस्ट बिभाष रॉय ने बताया कि जांच में एक चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि युवाओं में बीपी और शुगर के स्तर बुजुर्गों से ज्यादा पाए गए। इसका मुख्य कारण फास्ट फूड और असमय खानपान की आदतें हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शशांक सेन ने बताया कि बरसात के मौसम में आंखों में संक्रमण की आशंका अधिक होती है। उन्होंने सलाह दी कि लोग गंदे हाथों से आंखों को न छुएं और बरसात के पानी से भी बचें, क्योंकि उसमें मौजूद प्रदूषण आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं डॉ. चन्द्रशेखर ने वरिष्ठ नागरिकों को सलाह दी कि यदि उन्हें बीपी और शुगर की समस्या है, तो उन्हें भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनकर ही जाना चाहिए। बारिश के मौसम के बाद चेस्ट इंफेक्शन के मामलों में बढ़ोतरी देखी जाती है, जिससे सतर्क रहना आवश्यक है। स्वास्थ्य शिवर में डॉ. सुनिल सिसोदिया, डॉ. अनुज, डॉ. सौरभ मुखर्जी, डॉ. एचके गोवर्धन ने भी अपनी सेवाएं दी। स्थापना दिवस पर समाज के सदस्यों ने एकजुट होकर ना केवल उत्सव मनाया, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया, जो समाज के लिए अनुकरणीय पहल रही। कार्यक्रम में अध्यक्ष सुप्रोभाज पाल, पूर्व अध्यक्ष द्वय मानव सेन, डीके दत्ता सहित समाज के अन्य पदाधकारी व सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।