दुर्ग जिला अस्पताल में नसबंदी के दौरान दो महिलाओं की मौत, दवाओं से रिएक्शन की आशंका

दुर्ग। जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के दौरान बड़ा मामला सामने आया है। सर्जरी के बाद दो महिलाओं की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि यह मौत दवाओं के रिएक्शन की वजह से हुई है। ओटी टेबल पर ही दोनों को झटके व अकड़न होने लगी थी। नसबंदी के बाद आनन-फानन में दोनों को आईसीयू में शिफ्ट करा दिया गया था।

जानकारी के मुताबिक 27 वर्षीय पूजा यादव निवासी बजरंग पारा दुर्ग और सिकोला भाटा निवासी किरण यादव (27 वर्ष) ने नसबंदी कराई थी। सर्जरी के बाद दोनों की हालत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया, जहां किरण यादव की मौत हो गई। वहीं किरण यादव (27 वर्ष) को परिजन निजी सेंटर ले जाना चाह रहे थे, तभी उसकी सांसें थम परिजनों का कहना है कि पूना यादव को सर्जरी से पहले ही गर्भपात कराया गया था और उसके बाद नसबंदी की गई थी। परिवार के अनुसार, उस समय उन्हें कोई समस्या नहीं थी, लेकिन सर्जरी के चार दिन बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार नसबंदी के लिए पूजा यादव को बुपीवाकेन इंजेक्शन 3 एमएल कमर में लगाने के साथ 1 एमजी मिडाज इंजेक्शन और 2 आरएल (रिंगर लैक्टेट) लगाया गया था। सीजर व नसंबदी के लिए किरण यादव को 2.2 एमएल बुपीवाकेन इंजेक्शन कमर में लगाने के साथ ऑक्सीटोसीन 10 आईयू इंजेक्शन, 2 आरएल (रिंगर लैक्टेट) और 1 डीएनएस दिया गया था।

स्वास्थ्य विभाग ने अब उन दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं ताकि रिएक्शन की वजह साफ हो सके। सिविल सर्जन डॉ. आशीष सिंह ने पुष्टि की है कि दोनों महिलाओं की मौत के बाद जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सर्जरी के पहले दी गई दवाओं से रिएक्शन की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल जिला अस्पताल प्रशासन ने मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी है और दवा सप्लायर कंपनी से भी जवाब मांगा गया है।
