गनियारी दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश: दादी-पोती की हत्या के पीछे अवैध संबंधों का राज, दो आरोपी गिरफ्तार

भिलाई। थाना पुलगांव क्षेत्र के ग्राम गनियारी में हुए सनसनीखेज दादी-पोती हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। करीब सात महीने की लंबी जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह हत्या किसी लूट या दुश्मनी की वजह से नहीं, बल्कि अवैध संबंधों के खुलासे के डर से की गई थी। आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 450, 201, 120 (बी) आईपीसी के तहत कार्रवाई की गई। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर धारदार चाकू, मोबाइल फोन और स्कॉर्पियो वाहन (CG 06 E 6666) जब्त किया है।
सेक्टर 6 पुलिस कंट्रोल रूम भिलाई में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आईजी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि विगत 6 मार्च 2024 को गनियारी में वृद्धा और उसकी नाबालिग पोती की बेरहमी से हत्या की गई थी। दोनों के शरीर पर धारदार हथियार से वार के निशान थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने विशेष जांच टीम बनाई। एफएसएल, डॉग स्क्वाड, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट सहित कई एजेंसियों की मदद ली गई।
संदेहियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने अहमदाबाद और रायपुर में ब्रेन मैपिंग, पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट भी कराया। रिपोर्ट आने के बाद जांच में बड़ा मोड़ आया। मुख्य आरोपी चुमेन्द्र निषाद ने स्वीकार किया कि उसका मृतिका से अवैध संबंध था और सगाई के बाद इसके खुलासे का डर था। इसी कारण उसने अपने साथी पंकज निषाद और एक अन्य फरार आरोपी के साथ मिलकर दादी-पोती की हत्या की साजिश रची।
जांच में सामने आया कि घटना की रात चुर्मेंद्र ने गांव में मौजूदगी से बचने के लिए अपने दोस्तों के साथ बाहर जाने का नाटक किया। देर रात वह चुपके से लौटा और मृतिका को शादी का झांसा देकर बुलाया। जब मृतिका ने मना किया, तो उसने गुस्से में धारदार टंगीया से हमला कर उसकी हत्या कर दी। चिल्लाने पर दादी को भी चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी चुमेन्द्र और पंकज दोनों के खिलाफ पहले भी आबकारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। फिलहाल तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। आरोपी चुनेंद्र मृतिका (बालिका) को आवाज देकर दरवाजा खुलवाकर अंदर गया तथा योजनाबद्ध तरीके से झूठ बोलकर चलो शादी करेंगे कहकर भाग चलने को कहा किन्तु मृतिका ने तुम्हारी सगाई हो गई है, मैं नहीं जाउंगी कहकर मना कर दी थी। आरोपी को यह भी शंका थी कि मृतिका (बालिका) तीन महिने से गर्भ से है। मना करने पर आरोपी चुनेंद्र द्वारा गुस्से में आकर वहीं पड़े टंगीया से सिर में कई बार प्राण घातक हमला किया चिल्लाने पर उसके मुह में कपड़ा ठूंस दिया था एवं उसकी दादी के उठने पर उसे भी चाकू से गर्दन में मारा तो वह बचने के लिए बाहर भागी तो उसे पकड कर उसके गर्दन में कई बार चाकू से हमला कर दिया जिससे वह गिर गई तो उसे घसीट कर अंदर लाया। घटना करने के बाद आरोपी घटना में प्रयुक्त चाकू व हाथ तालाब में धोकर अपने दोनों साथियों को बताया कि काम हो गया है। फिर वे अपने अपने घर चले गए।
गिरफ्तार आरोपी
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चुमेन्द्र उर्फ लल्ला निषाद (23 वर्ष)
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पंकज उर्फ पवित्र निषाद (30 वर्ष)