दुर्ग में जमीन मूल्यवृद्धि के खिलाफ बवाल, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, कई पुलिस कर्मी भी हुए घायल

दुर्ग में जमीन मूल्यवृद्धि के खिलाफ बवाल, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, कई पुलिस कर्मी भी हुए घायल

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में जमीन की नई कलेक्टर गाइडलाइन लागू होने के बाद दरों में अचानक 5 से 9 गुना तक की बढ़ोतरी कर दी गई। इसी फैसले के खिलाफ दुर्ग में पांच दिनों से चल रहा विरोध आज हिंसक हो गया। प्रदर्शन कर रहे रियल एस्टेट कारोबारी जब रजिस्ट्रार ऑफिस की ओर बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। भीड़ नहीं रुकी, हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कई लोग घायल हुए और कई को हिरासत में लिया गया। इस दौरान कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं।

कलेक्टोरेट और रजिस्ट्रार कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है। शहर के छह थानों की टीम मौके पर मौजूद है। कांग्रेस ने भी मैदान में उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, काले झंडे दिखाए और पुतला दहन कर नारे लगाए। पुलिस का कहना है कि हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को पीछे हटाया गया और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

नई गाइडलाइन के बाद जमीन के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। जो प्लॉट पहले दस लाख में बिक रहा था, उसकी कीमत अब सत्तर लाख तक पहुंच गई है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, अंबिकापुर समेत कई जिलों में कारोबारी इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि गाइडलाइन अव्यवहारिक है और इसे तुरंत वापस लिया जाए।

रियल एस्टेट एसोसिएशन का दावा है कि अगर दरें कम नहीं की गईं तो रजिस्ट्री का बायकॉट किया जाएगा। साथ ही उन्होंने मांग रखी कि जब जमीन का मूल्य 100% बढ़ा दिया गया, तो रजिस्ट्रेशन शुल्क जो पहले 4% था, उसे 0.8% तक कम किया जाए ताकि आम खरीदारों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।