शराब घोटाले में बड़ा एक्शन! चैतन्य बघेल 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर | पूछताछ में खुला भ्रष्टाचार का पिटारा

रायपुर, 22 जुलाई। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में एक और बड़ा मोड़ सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। वे अब 4 अगस्त तक रायपुर सेंट्रल जेल में रहेंगे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं और पंजाब कांग्रेस के प्रमुख राजा अमरिंदर सिंह वारिंग भी रायपुर कोर्ट पहुंचे। कोर्ट परिसर में भारी सुरक्षा के बीच चैतन्य बघेल को ईडी (ED) ने पेश किया। ईडी ने 18 जुलाई को चैतन्य बघेल को उनके भिलाई स्थित निवास से गिरफ्तार किया था। कोर्ट से 5 दिनों की रिमांड मिलने के बाद ईडी ने पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें आज फिर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अब उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
पूछताछ में बड़े खुलासे:
ईडी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान शराब कारोबारी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू ने कबूल किया है कि उसने और चैतन्य बघेल ने मिलकर 1000 करोड़ रुपये से अधिक की घोटाले की रकम को हैंडल किया। बंसल ने बताया कि यह नकद राशि अनवर ढेबर के माध्यम से दीपेन चावड़ा तक पहुंचाई गई। वहां से यह पैसा राम गोपाल अग्रवाल को दिया गया। इस पूरे सिस्टम को चैतन्य बघेल ने खुद मैनेज किया। इतना ही नहीं, चैतन्य बघेल के कहने पर 1000 करोड़ में से 100 करोड़ नकद केके श्रीवास्तव को दिए गए। बंसल ने यह भी स्वीकार किया है कि इस घोटाले से उसे मात्र 3 महीनों में 136 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। ईडी के पास मौजूद अनवर ढेबर और नीतेश पुरोहित के बीच हुई चैट में इन पैसों की पुष्टि भी हुई है।
राजनीतिक हलचल तेज:
इस मामले ने राज्य की राजनीति में भारी उथल-पुथल मचा दी है। कांग्रेस नेतृत्व के वरिष्ठ नेता चैतन्य बघेल के समर्थन में कोर्ट पहुंचे, वहीं भाजपा लगातार राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार संरक्षण के आरोप लगा रही है। अब देखना होगा कि इस हाई-प्रोफाइल केस में आगे और कौन-कौन से चेहरे बेनकाब होते हैं।