क्या यादव समाज पर हो रहा है सुनियोजित अत्याचार - विधायक देवेंद्र यादव, कवर्धा में पुलिस प्रताड़ना से युवक की आत्महत्या, समाज ने नेशनल हाईवे किया जाम

विधायक देवेन्द्र यादव
कबीरधाम। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक बार फिर यादव समाज के साथ कथित अन्याय की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बोडला थाना क्षेत्र के अचानकपुर तेंदूटोला निवासी एक युवक माखन यादव ने पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। इस दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। वहीं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए निंदा की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माखन यादव पिछले कुछ समय से पुलिस के दबाव और मानसिक उत्पीड़न से गुजर रहा था। आखिरकार वह इस कदर टूट गया कि उसने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना के बाद यादव समाज और ग्रामीणजन भारी आक्रोश में आ गए। वे मृतक का शव लेकर नेशनल हाइवे पर धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि माखन यादव को पुलिस ने मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया।
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा ये कोई सामान्य मामला नहीं है। यह हृदय विदारक और समाज को झकझोर देने वाली घटना है। लगातार यादव समाज को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस की अमानवीयता ने एक और परिवार को उजाड़ दिया। दोषी पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए और मृतक परिवार को न्यायिक मुआवजा मिलना चाहिए। वहीं, धरने पर बैठे लोगों ने यह सवाल भी उठाया कि क्या गृह मंत्री को यादव समाज से कोई नफरत है, जो इस समाज के खिलाफ अत्याचार बार-बार हो रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है?
ग्रामीणों और यादव समाज के नेताओं की मांग
- दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए
- पीड़ित परिवार को कम से कम ₹50 लाख का मुआवजा दिया जाए
- सरकार इस घटना की न्यायिक जांच कराए
फिलहाल प्रशासन की ओर से धरने को समाप्त कराने और लोगों को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी गई है।